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Up Kiran, Digital News: भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनावपूर्ण हालात के बीच राजस्थान के बीकानेर जिले के एक सुदूर इलाके में मिले मिसाइल बूस्टर और नोज़ कैप के टुकड़ों ने खुफिया हलकों और सैन्य विशेषज्ञों के बीच हलचल मचा दी है। इन टुकड़ों की बनावट और संरचना को देखकर माना जा रहा है कि ये भारत द्वारा हाल ही में किए गए जवाबी हमलों के दौरान दागी गई ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के अवशेष हो सकते हैं।

स्थानीय सूत्रों और सैन्य विश्लेषकों का कहना है कि ये मलबा भारत-पाक सीमा से लगे उस क्षेत्र में मिला है जहाँ से ब्रह्मोस मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया होना संभव है। यह वही समय है जब भारत ने पाकिस्तान द्वारा की गई “उकसाने वाली” कार्रवाई के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया — एक रणनीतिक उच्च-सटीकता वाला सीमा पार सैन्य अभियान।

क्या ब्रह्मोस बनी 'ऑपरेशन सिंदूर' की रीढ़

हालांकि सरकार की ओर से अभी तक ब्रह्मोस के उपयोग की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है लेकिन रक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े एक वरिष्ठ सूत्र ने बताया कि "मलबे की संरचना उसका आकार और जले हुए हिस्से ब्रह्मोस के बूस्टर मॉड्यूल से मेल खाते हैं। यह मिसाइल प्रक्षेपण के तुरंत बाद इससे अलग हो जाती है।"

विशेषज्ञ मानते हैं कि जिस सटीकता से बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय पर हमला किया गया और जो मलबा बरामद हुआ है वह यही संकेत देता है कि ब्रह्मोस का उपयोग "लक्षित और तेज़ कार्रवाई" के लिए किया गया हो सकता है। ब्रह्मोस की रफ़्तार (Mach 2.8 से ऊपर) इसकी लो-फ्लाइट टेक्नोलॉजी और पिन-पॉइंट एक्युरेसी इस ऑपरेशन के लिए आदर्श साबित हो सकती है।

पाकिस्तान की रातभर कार्रवाई और भारत का संतुलित जवाब

भारत के खिलाफ हाल ही में पाकिस्तान द्वारा की गई सैन्य उकसावे की कार्यवाहियों में 26 से अधिक ड्रोन और मिसाइल हमले शामिल थे जो श्रीनगर से लेकर नलिया तक कई सैन्य और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाते दिखे। इन हमलों में लंबी दूरी की प्रोजेक्टाइल गोला-बारूद से लैस UAV और टारगेटेड स्ट्राइक शामिल थीं।

भारत की प्रतिक्रिया तत्काल और रणनीतिक थी। उधमपुर पठानकोट आदमपुर और भुज में वायुसेना की तैनाती के चलते कई खतरों को निष्क्रिय किया गया हालांकि कुछ क्षति की भी पुष्टि हुई है। एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि "रात 1:40 बजे पंजाब के एक वायुसेना अड्डे पर हाई-स्पीड मिसाइल हमला हुआ जिससे ऑपरेशन सिंदूर को शुरू करने का निर्णय लिया गया।"

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