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bihar police action on liquor smuggling: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में शराब के विरुद्ध छापेमारी करने गई उत्पाद विभाग की टीम पर सोमवार रात उस वक्त जानलेवा हमला हो गया, जब वे बगहा के ढढ़िया गांव में एक घर की तलाशी लेने पहुंचे थे। इस हमले में दो होमगार्ड जवानों का सिर फट गया, जबकि टीम की गाड़ी को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया। यह घटना एक बार फिर बिहार में शराबबंदी के दावों और जमीनी हकीकत के बीच के फासले को उजागर करती है।

रात के अंधेरे में शुरू हुई कार्रवाई

उत्पाद विभाग को मुखबरी मिली थी कि ढढ़िया गांव में एक घर में अवैध शराब का धंधा फल-फूल रहा है। इसके बाद तुरंत एक टीम बनायी गई, जिसमें उत्पाद विभाग के अफसरों के साथ होमगार्ड के जवान शामिल थे। सोमवार रात अंधेरे का फायदा उठाते हुए टीम ने उस घर पर धावा बोलने की योजना बनाई। कुल 11 सदस्यों वाली इस टीम में दो महिला सिपाही, दो पुरुष सिपाही, एक अधिकारी और एक ड्राइवर भी थे। मगर जैसे ही वे घर के दरवाजे तक पहुंचे, हालात ने ऐसी करवट ली कि पुलिस को अपनी जान बचाना मुश्किल हो गया।

गांव वालों ने घेरा, शुरू हो गई पिटाई

होमगार्ड जवान दिनेश कुमार ने बताया कि हम शराब पकड़ने के लिए गए थे। अभी घर में घुसने ही वाले थे, दरवाजे के पास पहुंचे ही थे कि अचानक गांव वालों ने हमें चारों तरफ से घेर लिया। इसके बाद लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला शुरू कर दिया। हमारी गाड़ी को तोड़ डाला। हम कुल 11 लोग थे, मगर उनके सामने हमारी एक न चली। इस हमले में दो होमगार्ड जवानों को गंभीर चोटें आईं, जिनका सिर फट गया। शक है कि शराब माफिया के इशारे पर गांव वालों ने यह हमला किया, ताकि छापेमारी को नाकाम किया जा सके। फिलहाल मामले की जांच जारी है।