भारत में मुसलमानों की भावनाओं को आहत करने का ट्रेंड चल रहा है : मौलाना कल्बे जव्वाद

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लखनऊ। पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब के खिलाफ महंत नरसिंहानंद सरस्वती के भड़काऊ और अपमानजनक बयान पर शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी ने सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मैलाना जव्वाद ने कहा कि महंत नरसिंहानंद सरस्वती जेसे लोग देश का माहोल खराब करने की कोशिश कर रहे है। सरकार को एसे लागों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

मैलाना जव्वाद ने बुधवार को जारी अपने ब्यान में कहा कि इस समय भारत में मुसलमानों की भावनाओं को आहत करके सस्ती शोहरत हांसिल करने का ट्रेंड चल रहा है। ऐसे लोग भी मुसलमानों की धार्मिक भावनों का अपमान कर रहे हैं, जिन्हें इस्लाम के बारे में बुनियादी ज्ञान भी नहीं है। मौलाना ने कहा कि पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब अपने दुश्मनों पर भी दया करते थे। पैगंबर का अपमान करना केवल देश में अशांति फैलाने का प्रयास है।

शिया धर्म गुरु ने कहा कि इस तरह के आपत्तिजनक और आशांति फेलाने वाले बयानों को प्रसारित किया जाना भी दुर्भाग्यपूर्ण है। मौलाना ने कहा कि अगर कोई मुसलमान किसी के खि़लाफ कोई आपत्तिजनक टिप्पणी करता है तो उसे तुरंत खतरनाक धाराओं के तहत गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जाता है, लेकिन जब कोई मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देता है तो उसे गिरफ्तार करने के बजाए सरकार कडी सुरक्षा प्रदान करती है और उन्हें बडे पद दिये जाते है।

मौलाना ने कहा कि वसीम रिजवी ने अदालत में पवित्र कुरान से 26 आयतों को हटाने के लिए उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की है, उस पर भी कोई कार्रवाई नही हुई और वह ऐसे बयानों के माध्यम से एक बार फिर वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष बनने की कोशिश कर रहा है। मौलाना ने सरकार से ऐसे उपद्रवियों और आशांति फेलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। मौलाना ने मुस्लमानों से भी भड़काऊ बयानों के खिलाफ कोई एसा बयान न देने की अपील की है, जिससे मुस्लिम विरोधी ताकतों को फायदा पहुंचे।

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