भारत के पास वैसे तो कई इस्लामिक मुल्कों साथ है, लेकिन मालदीव के रूप में भारत को एक ऐसा दोस्त मिला है जिसपर भरोसा किया जा सकता है। कश्मीर का मुद्दा हो या फिर हिंद महासागर के विवाद, मालदीव की आवाज भारत के पक्ष में उठी है। ताजा घटनाक्रम ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉर्पोरेशन (OIC) का है।
जहां इस्लामोफोबिया को आधार बनाकर भारत को किनारे करने की साजिश थी। पाकिस्तान ने भारत को फंसाने के लिए जो पैंतरा चला था, उसे मालदीव ने फेल कर दिया। मालदीव ने दो-टूक कहा कि इसके लिए किसी एक देश को दोष देना ठीक नहीं। मालदीव IOC के अंदर ऐसे किसी ऐक्शन का समर्थन नहीं करेगा जिसमें भारत को निशाना बनाया जाएगा।
आपको बता दें कि पाकिस्तान की कश्मीर को इंटरनैशनल लेवल पर हाईलाइट करने की कोशिशों का मालदीव लगातार विरोध करता रहा है। पिछले साल मालदीव में साउथ एशियन स्पीकर्स समिट हुई थी। इसमें पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने कश्मीर का मुद्दा उठाने की कोशिश तो मालदीव के स्पीकर मोहम्मद नाशीद ने उन्हें बुरी तरह झिड़क दिया था। पाकिस्तान की कश्मीर से जुड़ी हर बात को कार्यवाही से बाहर करते हुए उन्होंने कहा था कि “कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है। मालदीव की कश्मीर पर पोजिशन 1947 से यही है।”