नूंह हिंसा में आरोपी बिटटू बजरंगी अब पुलिस के शिकंजे में है। पुलिस उससे हिंसा में उसकी हिस्सेदारी को लेकर सवाल जवाब कर रही है। आरोपी बिटटू बजरंगी ने एक महिला पुलिस अधिकारी के सामने हथियार लहराते हुए सरकारी कामकाज में बाधा डाली थी।
यात्रा के दौरान उसका एक भड़काऊ वीडियो भी सामने आया था, जिसे हिंसा के लिए वजहों में से एक गिना जा रहा है। खुद को जिहादियों का जीजा कहने वाला बिट्टू बजरंगी खुद को गौरक्षा के लिए समर्पित बताता है, वो पिछले कुछ सालों से गोरक्षा, लव जिहाद और हिन्दू एकता जैसे मुद्दों को लेकर फरीदाबाद में सक्रिय रहा है।
उसका असली नाम भले ही राजकुमार हो, लेकिन अब तक जिन्दगी गुरबत में ही गुजरी है। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से बेहद कम उम्र में ही राजकुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी ने सब्जी बेचना शुरू कर दिया था। पहले वो दिल्ली में सब्जी बेचा करता था। करीब तीन दशक पहले जब फरीदाबाद आया तो उसने सब्जी का कारोबार जारी रखा। कभी ठेले पर लेकर आलू प्याज बेचा तो कभी कहीं सब्जी की दुकान लगाई। बाद में परिवार चलाने के लिए उसने ऑटो भी चलाया।
सब्जी बेचते ही बिट्टू बजरंगी कुछ हिंदूवादी कार्यकर्ताओं के संपर्क में आया। काम धंधे से वक्त निकालकर वो धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने लगा। पिछले छह सात सालों से वो गोरक्षा के लिए काम करने लगा। अपनी खास पहचान बनाने के लिए उसने गौरक्षा टाइगर फोर्स नाम से संगठन भी बनाया था। वो हिंदुत्व से जुड़े तमाम मुद्दों पर अपनी बात मुखरता से रखने लगा। कभी हिंदुओं की एकता के लिए यात्रा निकालना तो कभी लव जिहाद के विरूद्ध मोर्चा निकालने की वजह से वो हिंदूवादी कार्यकर्ताओं के बीच अपनी पहचान बना चुका है।
खुद को जिहादियों का जीजा कहता है बिट्टू
फरीदाबाद के कई थानों में उसके विरूद्ध पहले भी भड़काऊ बयानबाजी को लेकर शिकायत दर्ज हो चुकी है। हाल ही में उसे इस तरीके के केस में जेल भी जाना पड़ा था। बिटटू बजरंगी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहता है और खुद को अक्सर जिहादियों का जीजा कहता है।
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