शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व में महाष्टमी या दुर्गा अष्टमी का दिन विशेष होता है। दुर्गा अष्टमी के दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। मां महागौरी के मंत्रों का जाप करते हैं और मां महगौरी की आरती करते हैं। कई स्थानों पर दुर्गा अष्टमी के दिन ही कन्या पूजन और नवरात्रि का हवन भी होता है। कन्या पूजन में 02 से 10 वर्ष की उम्र तक की कन्याओं का पूजन होता है। तो इस दुर्गा अष्टमी या महाष्टमी के पावन पर्व पर आप भी अपने प्रियजनों, परिजनों, मित्रों, सगे-संबंधियों को बधाई एवं शुभकामना संदेश भेजें, ताकि उन पर भी मां महागौरी की कृपा हो।
या देवी सर्वभूतेषु मां महागौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
आपको और आपके पूरे परिवार को
सती ‘सत’ हवन कुंड में था जलाया,
उसी धुएं ने रूप काली बनाया,
बना धर्म सिंह जो सवारी में आया,
तो शंकर ने त्रिशूल अपना दिखाया,
तभी मां ने महागौरी नाम पाया,
शरण आनेवाले का संकट मिटाया।
महाष्टमी 2021 की कोटि कोटि बधाई।
आप और आपको पूरा परिवार खुशहाल रहे।
मातारानी की कृपा आप पर बनी रहे।
सुख, समृद्धि और सफलता आपके कदम चूमें।
माता तेरे चरणों में, भेंट हम चढ़ाते हैं,
कभी नारियल तो, कभी फूल चढ़ाते हैं,
और झोलियां भर-भर के, तेरे दर से लाते हैं।
आपको और आपके पूरे परिवार को
माहेश्वरी वृष आरूढ़ कौमारी शिखिवाहना।
श्वेत रूप धरा देवी ईश्वरी वृष वाहना।।
मां दुर्गा आपके जीवन में अनगिनत खुशियां दें।
मां महागौरी सफलता और सुखी जीवन दें।
श्वेत वस्त्र धारण करने वाली,
बैल पर सवार, चार भुजा वाली,
त्रिशूल धारण करने वाली,
मां महागौरी आपके परिवार और संतान की सुरक्षा करें,
आपको सफलता, तरक्की और उन्नति दें।