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Up Kiran, Digital Desk: हिमालय की गोद में स्थित केदारनाथ धाम हर साल लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। ये यात्रा जितनी अध्यात्मिक और भावनात्मक होती है उतनी ही चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरी भी। हाल ही में केदारनाथ की यात्रा पर निकले एक यात्री वाहन के साथ ऐसा ही एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसने दो लोगों की जान ले ली और कई अन्य को जख्मी कर दिया।
हादसे की भयावह तस्वीर
शुक्रवार शाम करीब 5:45 बजे की बात है। एक यात्री वाहन जिसमें छत्तीसगढ़ के यात्री सवार थे गंगोत्री धाम से केदारनाथ की ओर बढ़ रहा था। जैसे ही वाहन रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर काकड़ागाड़ के समीप पहुंचा अचानक पहाड़ी से भारी-भरकम पत्थर गिरने लगे। इससे पहले कि चालक कुछ समझ पाता वाहन पर एक के बाद एक पत्थर गिरते चले गए।
इस भूस्खलन में वाहन का अगला हिस्सा और छत पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। पिछला टायर भी बाहर निकल गया जिससे वाहन असंतुलित होकर रुक गया। हादसे की आवाज़ से पूरा इलाका दहल उठा।
इस हादसे में टिहरी जिले के लंबगांव निवासी वाहन चालक राजेश रावत (38) की मौके पर ही मौत हो गई। पत्थर उनके सिर और छाती पर गिरे थे जिससे वो मौके पर ही दम तोड़ बैठे। वहीं शैलेश कुमार (24) पुत्र मोहन लाल जो छत्तीसगढ़ से थे गंभीर रूप से घायल हुए और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी भी मृत्यु हो गई।
वाहन में कुल छह यात्री सवार थे जिनमें चार अन्य घायल हुए हैं। सभी घायलों को पुलिस और एसडीआरएफ की टीम द्वारा तत्परता से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया गया।
स्थानीय प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
ऊखीमठ थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव चौहान ने जानकारी दी कि सभी यात्री छत्तीसगढ़ के निवासी थे और उन्होंने यात्रा के लिए टिहरी के राजेश रावत का वाहन बुक किया था। जैसे ही हादसे की सूचना मिली एसडीआरएफ और पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुँच गई। घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा गया और रास्ते को साफ करने का कार्य शुरू कर दिया गया।
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