महाराष्ट्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। विरार पूर्व के मांडवी पुलिस स्टेशन में गुरुवार को गैंगरेप और बंधुआ मजदूरी की घटना उजागर हुई। 28 वर्षीय पीड़ित महिला दो बच्चों की मां थी और कंटकारी आदिवासी समुदाय से हे। महिला ने आरोप लगाया था कि सतारा जिले के पल्टन में लगभग एक दर्जन लोग यानी कि 11-12 लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
आरोपियों में लकड़ी का कोयला बनाने वाली कंपनी का मालिक भी शामिल था। पुलिस एफआईआर दर्ज करने के बाद इस मामले को आगे की जांच के लिए फुल्टन के स्थानीय पुलिस स्टेशन को ट्रांसफर करेगी। जांच के लिए पीड़िता को घटना स्थल पर लाने के लिए पुलिस की टीम सतारा शिविरार्थी।
मांडवी पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि पीड़ित महिला ने दावा किया है कि उसके साथ लगभग 11 लोगों ने बारी बारी से गैंगरेप किया। उसने बताया कि यह भयानक घटना करीबन 10 दिन पहले हुई थी जब वह बंधुआ मजदूर के रूप में काम करने के लिए 20 परिवारों के साथ सतारा गई।
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना तब सामने आई जब महिला और उसका पति मंगलवार की रात में तेज बारिश का फायदा उठाकर वहां से भागने में सफल रहा। घटना के बाद से महिला सदमे में है। इस बीच पुलिस ने लकड़ी का कोयला बनाने वाली इकाई के मालिक को हिरासत में लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही।
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