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गर्मी का नाम सुनते ही कई लोगों को डर लगने लगता है। उगते सूरज की वजह से कई लोगों को हीट स्ट्रोक, लो बीपी, चक्कर आने की समस्या हो जाती है। गर्मियों में, प्रत्येक क्षेत्र में टेम्परेचर कुछ डिग्री से अलग अलग होता है। मगर अप्रैल और मई का टेम्परेचर सबसे ज्यादा माना जाता है। मगर धरती पर एक जगह ऐसी भी है जहां का टेम्परेचर सबसे ज्यादा है। यहां 40-50 डिग्री टेम्परेचर बेहद सामान्य माना जाता है। यहां का अधिकतम टेम्परेचर 70 डिग्री तक पहुंच गया है।

दुनिया की सबसे गर्म जगह

ईरान के बंदर-ए-महशहर शहर में जुलाई 2015 में अधिकतम टेम्परेचर 74 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले यहां अधिकतम टेम्परेचर 51 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। इसके बाद ईरान के दश्त-ए-लूट में 2003 से 2009 के बीच अधिकतम टेम्परेचर 70.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस समय यह इलाका पूरी तरह सुनसान है, यहां एक भी इंसान नहीं रहता है।

किबुट्झ सिटी

जून 1942 में, इज़राइल के तिरत ज़वी के किब्बुत्ज़ शहर में अधिकतम टेम्परेचर 54 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया। कम गर्मी वाले दिनों में भी यहां का औसत टेम्परेचर 37 डिग्री सेल्सियस रहता है।

वाडी हलाफा शहर

वाडी हलाफा, सूडान में बारिश नहीं होती है। जून सबसे गर्म महीना होता है। यहां का औसत टेम्परेचर 41 डिग्री सेल्सियस रहता है। यहां सबसे गर्म दिन अप्रैल 1967 में 53 डिग्री सेल्सियस टेम्परेचर के साथ दर्ज किया गया था।

टिम्बकटू शहर

सहारा के दक्षिण में माली का टिम्बकटू शहर सर्दियों में भी गर्म रहता है। जनवरी में भी यहां का औसत टेम्परेचर 30 डिग्री सेल्सियस रहता है। अभी तक इसका अधिकतम टेम्परेचर 49 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।

डेथ वैली

कैलिफोर्निया की डेथ वैली दुनिया की सबसे गर्म जगहों में से एक मानी जाती है। 1913 में यहां का टेम्परेचर 56.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। यहां का औसत टेम्परेचर 47 डिग्री सेल्सियस रहता है। डेथ वैली अमेरिका की सबसे शुष्क जगहों में से एक है। 

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