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Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली और राजस्थान में आवारा कुत्तों के उत्पात के चलते उन्हें पकड़ने के आदेश जारी किए गए हैं। आवारा कुत्तों की यह समस्या सिर्फ़ दिल्ली में ही नहीं, बल्कि देशभर के मुंबई और पुणे में भी है। आवारा कुत्तों के ही नहीं बल्कि पालतू कुत्तों के मालिकों के भी उत्पात मचाने के वीडियो सामने आ रहे हैं। ऐसे में एक चौंकाने वाली घटना सामने आ रही है।

एक दो साल के बच्चे की रेबीज़ से मौत हो गई है। ख़ास बात यह है कि इस बच्चे को कुत्ते ने काटा भी नहीं था। बल्कि, कुत्ते की लार के ज़रिए रेबीज़ का वायरस बच्चे के शरीर में पहुँच गया था। बच्चे के माता-पिता को इसका एहसास भी नहीं हुआ और वे बिना बच्चे के रह गए। बदायूं के सहसवान इलाके में अदनान नाम के 2 साल के बच्चे की रेबीज़ से मौत ने हड़कंप मचा दिया है। कुत्ते ने बच्चे के घाव को चाटा था। वहीं से यह वायरस बच्चे में फैल गया था।

कुत्ते ने 1 महीने पहले अदनान के घाव को चाटा था। कुछ दिनों बाद, बच्चे में पानी से डरने और पानी पीने से इनकार करने जैसे लक्षण दिखाई देने लगे। जब उसकी हालत बिगड़ी, तो उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ अगले दिन लड़के की मौत हो गई।

रेबीज क्या है?

रेबीज एक ऐसी बीमारी है जो मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है। यह रैपावायरस नामक वायरस के कारण होता है। यह बीमारी जानवरों के काटने या चाटने से इंसानों में फैलती है और जानलेवा भी हो सकती है। यह संक्रमित जानवरों के काटने या खरोंचने से इंसानों में फैलती है। ऐसा होने पर तुरंत अस्पताल जाकर रेबीज का टीका लगवाना ज़रूरी है। यह वायरस संक्रमित जानवर की लार के खुले घावों या आँखों, नाक और मुँह के ज़रिए शरीर में प्रवेश करने से भी फैल सकता है।

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