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संसद का मानसून सत्र 17 जुलाई से शुरू हो सकता है। इस बार का मॉनसून सत्र तमाम मायनों में खास होगा। सबसे पहली बात तो यह है कि नए संसद भवन में यह पहला संसद सत्र होगा। हाल ही में नए संसद भवन का उद्घाटन हुआ है। अब इसी संसद भवन में संसद बैठक करेगी। यहीं पर राज्यसभा और लोकसभा की कार्रवाइयां होंगी और नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद यह पहला सत्र होगा, जो 17 जुलाई से मॉनसून सत्र शुरू हो सकता है। इसके अलावा संसद सत्र की जो एक खास बात और होगी, वह यह कि इस सत्र में समान नागरिक संहिता बिल सामने आ सकता है।

सरकार इस संसद सत्र में समान नागरिक संहिता बिल यानी कि यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी की यूसीसी को पटल पर रख सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में जब वह भोपाल पहुंचे तो मंच से यूसीसी का जिक्र किया था। इसके बाद से ही तय हो गया है कि यह बड़ा मुद्दा बनेगा। खासकर तब जब एक साल के भीतर ही देश में लोकसभा चुनाव होने हैं।

भारतीय जनता पार्टी निरंतर तब से यूसीसी को बड़ा मुद्दा बना रही है। वहीं तमाम विपक्षी दल इसके पक्ष में नहीं हैं। यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर ऐसे लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। आप मुझे बताइए। एक घर में परिवार के एक सदस्य के लिए एक कानून हो। परिवार के दूसरे सदस्य के लिए दूसरा काम हो तो क्या वह घर चल पायेगा? क्या कभी नहीं चल पायेगा?

क्या ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा? लेकिन अब जब मॉनसून सत्र सामने है तो कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार इसी संसद सत्र में समान नागरिक संहिता बिल को सामने ला सकती है, सामने रख सकती है। चलते चलते यह भी संक्षेप में समझ लेते हैं कि समान नागरिक संहिता बिल से क्या क्या चीजें बदल सकती हैं। 17 जुलाई से यूसीसी को लागू करने कोशिश की जाएगी। 

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