UP News: वो महिलाओं और युवतियों को अपना निशाना बनाता है। चोरी के साथ-साथ वो उन्हें सिर पर वार करके गंभीर रूप से घायल करने में आनंद लेता है और उनकी पीड़ा को देखता है।
काले कपड़ों में आधी रात को आतंक का पर्याय बने इस साइको किलर को अब गोरखपुर पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, इस साइको किलर ने अब तक पांच महिलाओं और युवतियों पर हमला किया है, जिसमें से एक युवती की मौत भी हो चुकी है।
गोरखपुर का साइको किलर अरेस्ट
गोरखपुर के पुलिस लाइन स्थित व्हाइट हाउस सभागार में मंगलवार 19 नवंबर को एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने इस मामले का खुलासा किया। यह शख्स दो साल पहले एक रेप मामले में जेल से छूटकर बाहर आया था और फिर से जुर्म करने लगा। इसकी पहचान गोरखपुर के झंगहा थानाक्षेत्र के राजधानी गांव के मंगलपुर टोला के रहने वाले 20 वर्षीय अजय निषाद के रूप में हुई है। बीते चार महीनों से गोरखपुर पुलिस इस शातिर की तलाश कर रही थी। यह साइको किलर रात के सन्नाटे में काले कपड़े पहनकर नंगे पांव अपने शिकार पर निकलता था और चार महीने में पांच महिलाओं और युवतियों पर अटैक किया। वो पुलिस की हर हरकत पर नजर रखता था और रात 1 से 4 बजे के बीच चोरी के दौरान महिलाओं पर अटैक करता था।
कैसे करता था हमला
पकड़े जाने के बाद अजय निषाद ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। उसने पुलिस को बताया कि जमानत पर छूटने के बाद उसने 29 जुलाई को अपनी पहली घटना को अंजाम दिया। उसने गोरखपुर के झंगहा थानाक्षेत्र के सिंहपुर सहसरा गांव में चमनलाल के घर में चोरी के इरादे से प्रवेश किया और उनकी पत्नी माया देवी पर सोते समय हमला कर दिया। खून से लथपथ माया देवी को तड़पता देखकर वो आनंदित होता रहा। इसके बाद उसने दूसरी वारदात 11 अगस्त को की, जब उसने उपधवलिया गांव में ममता को निशाना बनाया। उसने ममता के सिर और चेहरे पर वार किया और फरार हो गया। गंभीर रूप से घायल ममता का इलाज कई दिनों तक चला मगर उसकी जान चली गई।
महिलाओं को दर्द में देखने से आता था मजा
तीन घटनाओं के बाद वो गुजरात के सूरत चला गया, फिर तीन महीने बाद वापस आया। छठ के पहले अपने गांव लौटकर उसने चौथा शिकार शांति सिंह को बनाया। 9 नवंबर की रात वो उनके घर में घुसकर बगल के कमरे में सो रही शांति सिंह पर अटैक कर दिया। उसने शांति के दो छोटे बच्चों को भी निशाना बनाने की कोशिश की, मगर शांति ने अपने बेटे को बचाने के लिए हस्तक्षेप किया। हैरानी की बात ये है कि परिवार के अन्य सदस्यों को नींद की गोली देकर सुला दिया गया था।
उसका पांचवां शिकार गोरखपुर के झंगहा थानाक्षेत्र के जंगल रुसूलपुर नंबर दो टोला कटहरिया की 24 साल की कविता पर हुआ। इस हमले में कविता के सिर में गंभीर चोटें आईं और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। हालांकि, कविता के परिजन इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं और इसे तूल नहीं देना चाहते। उल्लेखनीय है कि जिन चार महिलाओं को अजय निषाद ने पहले निशाना बनाया, वे सभी शादीशुदा थीं, जबकि पांचवी शिकार कविता कुंवारी है।
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