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UP News: गाजियाबाद से भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद अतुल गर्ग ने मंगलवार को कुत्तों के काटने के बढ़ते मामलों का मुद्दा उठाया और इस मुद्दे से संवेदनशीलता से निपटने के लिए एक समिति गठित करने की मांग की, क्योंकि कुत्तों के काटने की घटनाओं के बाद आतंक का माहौल पैदा हो गया है।

लोकसभा में अतुल गर्ग ने कहा कि कोई भी "कुत्ते प्रेमी" उस व्यक्ति को बचाने के लिए आगे नहीं आता जिस पर कुत्ते ने हमला किया हो।

सांसद गर्ग ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कहा कि भारत में 30.5 लाख लोगों को कुत्तों ने काटा है और 286 लोगों की मौत कुत्तों के काटने से हुई है।

उन्होंने कहा, "अगर यह आंकड़ा सही है तो अकेले गाजियाबाद में एक साल में 35,000 लोगों को कुत्तों ने काटा है। छोटे बच्चे इसका शिकार हो रहे हैं। परसों अखबार में फोटो और खबर छपी कि एक कुत्ते ने एक बच्चे का कान काट लिया। चार दिन पहले एक मजदूर के छोटे बच्चे की रेबीज के कारण दर्दनाक मौत हो गई।"

पैनल बनाने का किया अनुरोध

गर्ग ने यह भी बताया कि कोई भी "कुत्ते से प्यार करने वाला" व्यक्ति कुत्ते द्वारा हमला किए जाने पर उसे बचाने के लिए आगे नहीं आता। उन्होंने कहा कि अगर कोई पालतू कुत्ता किसी पर हमला करता है तो उसके मालिक को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, लेकिन आवारा कुत्तों के लिए ऐसा नहीं कहा जा सकता।

गाजियाबाद के सांसद ने इस मामले में एक कमेटी बनाने की मांग की क्योंकि पहले भी कानून बनाए गए हैं और उन पर पुनर्विचार किया गया है। उन्होंने कहा, "बच्चे खेल नहीं सकते, शहर में आतंक का माहौल बना हुआ है। इसलिए मेरा अनुरोध है कि एक कमेटी बनाई जाए और इस मामले की जांच की जाए।"