नयी दिल्ली। अमेरिका ने भारत के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। अमेरिका ने भारत को ‘करेंसी मैनुपुलेटर्स’ यानी मुद्रा में हेरफेर करने वाले देशों की ‘निगरानी सूची’ में डाल दिया है। भारत से पहले अमेरिका ने चीन, ताइवान, जापान, दक्षिण कोरिया, जर्मनी, इटली, सिंगापुर, थाइलैंड और मलेशिया, वियतनाम और स्विट्जरलैंड को भी करेंसी मैनिपुलेटर्स की श्रेणी में रखा है।
अमेरिका ने भारत सहित जिन देशों को इस सूची में डाला है। वे सभी इसके बड़े व्यापारिक साझेदार हैं। यह जानकारी अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने बुधवार को कांग्रेस में पेश अपनी एक रिपोर्ट में दी है।
अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवन टी म्नुचिन ने कहा, ‘वित्त मंत्रालय ने अमेरिकी कामगारों और कारोबारों के आर्थिक तरक्की तथा अवसरों की रक्षा के लिए आज एक मजबूत कदम उठाया है। अमेरिकी वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि इन दस देशों पर खास निगरानी रखने की जरूरत है और ताइवान, थाइलैंड तथा भारत को इस सूची में जोड़ा जा रहा है।
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक साल 2019 की दूसरी छमाही में भारत द्वारा विदेशी मुद्रा की खरीद में तेजी आयी है. इसी तरह 2020 की पहली छमाही में भी भारत ने शुद्ध रूप से विदेशी मुद्रा की खरीद बनाए रखी है।