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लखनऊ।। उत्तर प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में जिस तरह से लगातार वृद्धि हो रही है

उससे आमजन में भय और सुरक्षा को एक माहौल सा बनता जा रहा है। अपराधियों पर

से जैसे पुलिस का नियंत्रण ही समाप्त हो गया है। कानपुर शहर रविवार को ताबड़तोड़ दो

हत्याओं से दहल उठा। जहाँ दोपहर में परमट चौराहे पर एक वकील की गोली मारकर हत्या

कर दी गई वहीं देर रात बजरिया में कुछ अज्ञात लोगों ने एक एमआर को गोलियों से भून

डाला। बीते 72 घंटे में हत्या की पांच वारदातों से पूरे शहर में भय का माहौल है।

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पहली घटना-

परमट निवासी एडवोकेट सुनील शर्मा (40) रविवार पूर्वाह्न लगभग 11:30 बजे पिता

मिश्रीलाल के साथ आनंदेश्वर मंदिर से दर्शन कर घर को लौट रहे थे। रास्ते में उनकी

वकील मोहित श्रीवास्तव से किसी पुराने विवाद को लेकर कहासुनी होने लगी। विवाद

बढ़ने पर दोनों के बीच मारपीट भी शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि इसी बीच मोहित

की पत्नी ऋचा घर से दोनाली बंदूक ले आई और सुनील पर गोली चला दी। एक गोली

सुनील की नाक के नीचे जा लगी जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।

अब INDIAN EXPRESS के पूर्व संपादक और उनकी माँ की हत्या

इस वारदात के बाद मोहल्ले के लोगों ने वकील मोहित व ऋचा को पीटना शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर परमट चौकी के सिपाही पहुंचे और उन्होंने भीड़ के चंगुल से दोनों पीटीआई-पत्नी को छुड़ाया। पुलिस लहूलुहान वकील मोहित को हैलट हॉस्पिटल ले गयी जबकि ऋचा को पुलिस थाने ले आयी। SSP ने लोगों को आश्वासन दिया कि दोषी पर सख्त कार्रवाई होगी। उसके बाद उन्होंने अपनी मौजूदगी में शव को पोस्टमार्टम के लिये भिजवाया।

दूसरी घटना-

कागजी मोहाल मस्जिद के निकट देर रात छोटा मिंया हाता निवासी मेडिकल रिप्रेजेनटेटिव जहीर अब्बास (30) की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। वह अपनी स्कूटी से बांसमंडी स्थित गरीब नमाज़ मजार के पास एक निकाह में शामिल होने जा रहा था। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल-रूम और जहीर के घर पर दी। देर रात SP पश्चिमी ने मौके पर जांच पड़ताल की। जानकारी के मुताबिक जहीर के खिलाफ ग्वालटोली और कर्नलगंज में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक वह एक बड़े अपराधिक गिरोह का सदस्य रहा है। उस गिरोह का सरगना इस समय में लखनऊ जेल में बंद है।

जहीर के परिवार में पिता माजिद अब्बास के अलावा एक भाई है जो पटना में रहता है। जहीर की पत्नी सलमा दो दिन पहले ही आजमगढ़ अपने मायके गई हुई है। ज़हीर के पिता को कैंसर है और वह लखनऊ में अपनी बेटी नीशा के यहां रहकर इलाज करवा रहा है। जहीर के एक दूसरे छोटे भाई शबी की भी आठ साल पहले गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

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