लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार ने मुफ्त राशन योजना के बाद अब व्यक्तिगत शादी अनुदान योजना को भी बंद कर दिया है। समाज कल्याण विभाग ने इसके लिए एनआईसी को पत्र लिखा है और पोर्टल से इस योजना को हटाने के लिए कहा है। पत्र में लिखा है कि अब इसके लिए पैसा नहीं दिया जाएगा। सरकार द्वारा इस योजना को बंद किये जाने से गरीब परिवारों को बड़ा झटका लगा है।
मिलता था 20 हजार
गौरतलब है कि व्यक्तिगत शादी अनुदान योजना लगभग 4 दशक पुरानी है। इस योजना के अंतर्गत सभी वर्गों के गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को उनकी बेटी की शादी के लिए एकमुश्त 20,000 रुपये की सरकारी सहायता दी जाती है। (Uttar Pradesh)
इन्हें मिलता था लाभ
योजना के लिए आम तौर पर हर वित्तीय वर्ष में अनुसूचित जाति के लिए 100 करोड़ रुपये, सामान्य वर्ग के लिए 50 करोड़ रुपये, ओबीसी के लिए 200 करोड़ रुपये और अल्पसंख्यकों के लिए 70 करोड़ रुपए तक के बजट का प्रावधान था। इसका लाभ गांव में 46,080 रुपये सालाना और शहरों में 56,560 रुपये सालाना आय वाले परिवारों को दिया जाता था। (Uttar Pradesh)
इस वजह से लिया गया है फैसला
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ये फैसला सीएम सामूहिक विवाह योजना पर फोकस करने के उद्देश्य से लिया गया है। बताया जा रहा है कि सीएम सामूहिक विवाह योजना का लाभ 2,00,000 तक सालाना आय वाले परिवार उठा सकते हैं। चालू वित्त वर्ष में इस योजना का बजट ढाई सौ करोड़ से बढ़ाकर 600 करोड़ रुपये कर दिया गया है। (Uttar Pradesh)
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