Ahmedabad-Mumbai के सफर को आठ घंटे से घटाकर साढ़े पांच घंटे कर देगी वंदे भारत EKSPRES

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अहमदाबाद/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत परिवहन में गति को तेज विकास की गारंटी मानता है। गति को लेकर यह आग्रह गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान और नेश्नल लॉजिस्टिक पॉलिसी में भी दिखता है। रेलवे की गति को बढ़ाने के अभियान से भी यह स्पष्ट होता है।

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को गुजरात दौरे के दूसरे दिन अहमदाबाद में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में रिमोट का बटन दबाकर सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस और अहमदाबाद मेट्रो परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया। इस मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आज 21वीं सदी के भारत के लिए, अर्बन कनेक्टिविटी के लिए और आत्मनिर्भर होते भारत के लिए बहुत बड़ा दिन है। उन्होंने कहा कि बदलते समय और जरूरतों के साथ हमें अपने परिवहन में भी सुधार करते रहना होगा। हमारे शहरों में निर्बाध कनेक्टिविटी बनाना बहुत महत्वपूर्ण है।

गांधी नगर-मुंबई वंदेभारत ट्रेन यात्रा के अनुभव को साझा करते हुए मोदी ने कहा कि वंदेभारत ट्रेन का तेज रफ्तार का यह सफर भले ही कुछ मिनटों का था लेकिन ये गौरव का क्षण था। उन्होंने कहा कि हवाई जहाज की तुलना में वंदे भारत ट्रेन के अंदर 100 गुना कम शोर होता है, ये उन्होंने स्वयं महसूस किया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को हवाई जहाज में यात्रा करने की आदत है अगर वो एक बार वंदे भारत में सफ़र कर लेंगें तो मैं यक़ीन से कहता हूं कि वो वंदे भारत में ही यात्रा करना पसंद करेंगे।

मोदी ने कहा कि अहमदाबाद और मुंबई के बीच शुरु हुई वंदे भारत ट्रेन से देश के दो बड़े शहरों के बीच सफर आरामदायक भी बनेगा और दूरी भी कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सामान्य एक्सप्रेस ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई का सफर 7-8 घंटे लगाती है। शताब्दी भी 6-7 घंटे का समय लेती है लेकिन वंदे भारत अधिकतम साढ़े पांच घंटे में पहुंचा देगी

प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि लंबे समय तक शहरों को जाम मुक्त बनाने और ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए गंभीर प्रयास नहीं हुए। लेकिन आज का भारत गति को जरूरी मानता है। तेज विकास की गारंटी मानता है। गति को लेकर यह आग्रह गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान में दिखता है। नेश्नल लॉजिस्टिक पॉलिसी में भी दिखता है। हमारे रेलवे की गति को बढ़ाने के अभियान में भी स्पष्ट होता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पुराने शहरों में सुधार और विस्तार पर ध्यान देने के साथ-साथ वैश्विक व्यापार मांग के अनुसार नए शहरों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत को देश के शहरों से नई गति मिलने वाली है। बदलते हुए समय, बदलती हुई जरूरतों के साथ अपने शहरों को भी निरंतर आधुनिक बनाना जरूरी है। शहर में यातायात की व्यवस्था आधुनिक हो, निर्बाध कनेक्टिविटी हो, यातायात का एक साधन दूसरे को सपोर्ट करे, ये किया जाना आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि पुराने शहरों में सुधार और उनके विस्तार पर फोकस के साथ-साथ ऐसे नए शहरों का निर्माण भी किया जा रहा है, जो ग्लोबल बिजनेस डिमांड के अनुसार तैयार हो रहे हैं। गिफ्ट सिटी भी इस प्रकार के प्लग एंड प्ले सुविधाओं वाले शहरों का बहुत उत्तम उदाहरण हैं। मोदी ने कहा कि शहरों के हमारे गरीब, मिडिल क्लास के साथियों को धुएं वाली बसों से मुक्ति मिले, इसके लिए इलेक्ट्रिक बसों के निर्माण और संचालन के लिए हमने एफएएमई योजना शुरु की। इस योजना के तहत अभी तक देश में 7 हज़ार से अधिक इलेक्ट्रिक बसों को स्वीकृति दी जा चुकी है।
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