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लखनऊ ।। 100 रुपए की लालच में बस के ऊपर सिलेंडर ले जाने की आदत ने 8 यात्रियों की जिंदगी खत्म कर दी। 15 लोग गंभीर रूप से घायल हैं।

मामला पटना से शेखपुरा जा रही एक बस का है। इसमें भीषण आग लग जाने से उसमें सवार आठ लोग जलकर मर गये। मरने वालों में सात वयस्क और एक बच्चा शामिल है। घटना हरनौत में शाम पौने छह बजे हुई।

आग इतनी भयावह थी कि अंदर बैठे यात्री निकल नहीं पाये और जिंदा जल गये। लाशें इस कदर जल गई हैं कि यह पता करना मुश्किल है कि ये महिलाओं की हैं या पुरुषों की। लाशों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है। जली हुई लाशें आपस में सट गई हैं। लोगों का कहना है कि मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है। कुछ लोग 15 तो कुछ 20 भी बता रहे थे। इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। सीएम ने मृतकों के परिवार को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।

इस घटना को लेकर लोगों ने हरनौत में जमकर बवाल किया। बस में आग लगने के आधा घंटे के बाद पुलिस पहुंची। इससे आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया और कई पुलिसकर्मियों को पीटा। प्रशासनिक अधिकारी लोगों को समझाने में लगे थे। घटनास्थल पर नालंदा के जिलाधिकारी और एसपी पहुंच गये थे।

जेसीबी की मदद से जली हुई बस को रास्ते से हटाने की कोशिश की जा रही थी ताकि यातायात सामान्य हो सके। लोग इतने आक्रोशित थे कि लाशें निकालने का काम बाधित हो रहा था। हरनौत थाने से छोटा दमकल भेजकर आग पर काबू पाया गया। इससे पहले लोग बाल्टी से पानी फेंक कर आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पटना से शेखपुरा जा रही बाबा रथ नामक बस पौने छह बजे शाम में हरनौत बाजार पहुंची। वहां बस का ठहराव नहीं था। बाजार में भीड़ अधिक होने के कारण बस धीरे-धीरे चल रही थी। जैसे ही बस थाना मोड़ के विश्वकर्मा मोड़ के पास पहुंची अचानक बस की इंजन से आग की लपटें निकलने लगीं। जैसे ही बस के ड्राइवर की नजर उसपर पड़ी उसने बस रोक दी। इसके बाद वह खलासी के साथ बस से कूद कर भाग गया। हालांकि भागते हुए उसने बस में बैठे यात्रियों से भी जल्दी निकल जाने के लिए कहा। इधर देखते-देखते आग की लपटें भयावह तरीके से उठने लगीं और उसने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया।
पूरी बस आग के गोले में बदल गई। जो लोग बस के दरवाजे के पास थे वे लोग तो उतर गये, लेकिन बीच में और पीछे बैठे लोग आग की चपेट में आ गये। बस से उतरकर भागने के क्रम में अठारह लोग झुलस गये हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस के ऊपर एक गैस सिलेंडर रखा हुआ था। जब बस में आग लगी तो बाजर के लोग इस डर से बस के करीब नहीं गये कि कहीं सिलेंडर फट ना जाए। घटना के तकरीबन आधा घंटे के बाद पुलिस वहां पहुंची। इससे नाराज लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया। लोगों का कहना था कि घटनास्थल के पास ही थाना होने के बावजूद पुलिस देर पहुंची। लोगों के हमले में कई पुलिसकर्मियों को चोट पहुंची है।

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