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Up kiran,Digital Desk : जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन किसी देश का दौरा करते हैं, तो यह सिर्फ एक राजनीतिक घटना नहीं होती, बल्कि सुरक्षा का एक ऐसा चक्रव्यूह तैयार किया जाता है जिसकी मिसालें दी जाती हैं। पुतिन 4 और 5 दिसंबर को भारत आ रहे हैं, और उनके आने से पहले ही दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था को हाई-अलर्ट पर डाल दिया गया है।

यह कोई आम VVIP सुरक्षा नहीं है। इसे "फोर्ट्रेस सिक्योरिटी" (Fortress Security) कहा जाता है, यानी एक ऐसा किला, जिसे किसी भी बाहरी खतरे से पूरी तरह अजेय बना दिया जाता है। भारत और रूस के रिश्ते जितने गहरे हैं, उतनी ही गहरी पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी की दोस्ती भी है। पुतिन दुनिया के उन गिने-चुने नेताओं में से हैं जिन पर पीएम मोदी को बहुत भरोसा है, और भारत इस भरोसे की लाज रखने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। आइए जानते हैं, पुतिन की सुरक्षा क्यों मानी जाती है दुनिया में सबसे ताकतवर।

आसमान में उड़ता 'किला'

पुतिन जिस विमान में सफर करते हैं, उसका नाम IL-96-300PU है। इसे यूँ ही "उड़ता हुआ किला" या "उड़ता हुआ सैन्य मुख्यालय" नहीं कहते। यह विमान किसी भी तरह के मिसाइल हमले को नाकाम करने की ताकत रखता है। इसमें लगा मल्टी-लेयर मिसाइल जैमिंग सिस्टम दुश्मन की मिसाइलों को हवा में ही भ्रमित करके रास्ते से भटका देता है। उनकी सुरक्षा सिर्फ विमान तक ही सीमित नहीं होती; उनका खाना, पानी और संचार के उपकरण तक, सब कुछ रूस से ही आता है।

ज़मीन पर चलता 'बंकर'

जब पुतिन का काफिला सड़क पर चलता है, तो ऐसा लगता है मानो कोई बंकर गुज़र रहा हो। रूस भारत में अपनी कारों का पूरा का पूरा काफिला लेकर आता है, जिसमें उनकी शाही लिमोजिन 'ऑरस सेनैत' (Aurus Senat) भी शामिल होती है। यह वही कार है जिसमें पुतिन मॉस्को की सड़कों पर चलते हैं।

इस कार की खासियतें हैरान करने वाली हैं:

  • यह पूरी तरह बुलेट-प्रूफ और ग्रेनेड-प्रूफ है।
  • इस पर रॉकेट लॉन्चर (RPG) से हुए हमले का भी कोई असर नहीं होता।
  • कार में हर्मेटिक सील लगी है, यानी अगर कोई गैस अटैक होता है, तो अंदर बैठा व्यक्ति पूरी तरह सुरक्षित रहता है।

भारत दे रहा है दुनिया को संदेश

पुतिन के लिए इस स्तर की सुरक्षा तैयार करके भारत सिर्फ एक दोस्त का सम्मान ही नहीं कर रहा, बल्कि पूरी दुनिया को एक बड़ा कूटनीतिक संदेश भी दे रहा है। यह संदेश है कि भारत अपने दोस्तों के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है और उनकी सुरक्षा उसके लिए सर्वोपरि है। पुतिन की यह यात्रा भारत-रूस संबंधों को और भी मज़बूत करेगी।