सर्दियों का मौसम आते ही हमें अपने आप को गर्म कपड़ों के साथ-साथ गर्मागर्म चाय की तलब होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सर्दियों में हमारा दिल भी ज्यादा धड़कने लगता है। हां, यह सच है कि सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसके पीछे कई कारण हैं, जिन्हें जानना और उनसे बचना बहुत जरूरी है।
सर्दियों में हार्ट अटैक के कारण
- तापमान में गिरावट: सर्दियों में जब तापमान कम होता है, तो हमारे शरीर को अपना तापमान बनाए रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे हमारा दिल ज्यादा तेजी से धड़कने लगता है और हमारा रक्तचाप भी बढ़ जाता है। इससे हमारी रक्त वाहिकाओं पर ज्यादा दबाव पड़ता है और वे सिकुड़ जाती हैं। इससे रक्त का प्रवाह कम हो जाता है और दिल को ऑक्सीजन की कमी हो सकती है। इससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।
- कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना: सर्दियों में हमारा खान-पान भी बदल जाता है। हम ज्यादा तला-भुना, मसालेदार और चिपचिपा खाना खाने लगते हैं। इससे हमारे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है। बैड कोलेस्ट्रॉल रक्त वाहिकाओं की दीवारों पर जम जाता है और उन्हें अवरुद्ध कर देता है। इससे रक्त का प्रवाह रुक जाता है और दिल को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है। इससे हार्ट अटैक हो सकता है।
- कम फिजिकल एक्टिविटी: सर्दियों में हम ज्यादातर घर में ही रहना पसंद करते हैं। हमारी फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है। हम ज्यादा आलसी और सुस्त हो जाते हैं। इससे हमारा मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है और हमारा वजन बढ़ जाता है। वजन बढ़ने से हमारे दिल पर ज्यादा बोझ पड़ता है और हमारा रक्तचाप भी उछल जाता है। इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
सर्दियों में हार्ट अटैक से बचने के उपाय
- गर्म कपड़े पहनें: सर्दियों में अपने आप को गर्म रखना बहुत जरूरी है। आप बाहर जाते समय गर्म और लेयर्ड कपड़े पहनें। इससे आपका शरीर तापमान बनाए रखेगा और आपका दिल ज्यादा मेहनत नहीं करेगा।
- संतुलित आहार लें: सर्दियों में आप अपने खान-पान का भी ध्यान रखें। आप ज्यादा तला-भुना, मसालेदार और चिपचिपा खाना न खाएं। इससे आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है। आप अपने आहार में फल, सब्जियां, दाल, दही, अखरोट, बादाम जैसे चीजें शामिल करें।
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