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उत्तर प्रदेश ।। उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के एक साथ आने पर भाजपा ने अपनी रणनीतियां बदल दी हैं। तो वहीं भविष्य में होने वाले चुनाव के लेकर भाजपा ने तैयारियां अभी से शुरू कर दी है।

आपको बता दें कि भाजपा की पैंनी नजर इस बार भी उत्तर प्रदेश पर है, जहां पर भाजपा को 2014 में सर्वाधिक सीटें मिली थीं। तब सहयोगी दलों के साथ मिलकर पार्टी ने राज्य की 80 में से 73 सीटें हासिल की थीं। जिनमें अकेले भाजपा की 71 सीटें थीं।

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पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी केंद्र और राज्य सरकार के कामों को निचले स्तर तक पहुंचाने के काम में जी-जान से जुटी हुई है। इस कार्य में योगी आदित्यनाथ भी सक्रिय हो गये हैं। तो वहीं सूत्रों का कहना है कि सपा-बसपा की वजह से तीन दर्जन सांसदों और नेताओं को टिकट पार्टी नहीं देगी।

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तो वहीं बताया जा रहा है कि भाजपा अभी से यूपी में अपने आधे सांसदों के टिकट काट कर उनकी जगह नये प्रत्याशी ला सकती है।

फोटोः फाइल

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