लखनऊ।। वाराणसी और मुंबई में उमड़े जन सैलाब से उत्साहित होकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अब ये ऐलान किया है कि समाजवादी पार्टी पिछड़े और कमजोर तबके के लोगों की लड़ाई लड़ेगी। और सूबे की सो रही सरकार को जगाने का काम करेगी। समाजवादी पार्टी किसान, बेरोजगार, मंहगाई और बिगड़ी कानून व्यवस्था से त्रस्त जनता के हितों के लिए संघर्ष करती आयी है और संघर्ष करती रहेगी।
उन्होने कहा कि पार्टी की प्रतिबद्धताएं सामान्य व्यक्ति के सुख-दुःख और रोटी-रोजगार से जुड़ी है।
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पार्टी गरीब, कमजोर, पिछड़ों , किसान की आवाज उठाती रही है। प्रदेश की भाजपा सरकार को पूंजी-घरानों की चिंता है। जनता बीजेपी की बहकाने वाली चालों को खूब समझ रही है और इसका जवाब वह आने 2019 के चुनाव में जरूर देगी।
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अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा जनता को धोखा दिया है। इनका जनहित के कार्यो पर कोई ध्यान नहीं है। बीजेपी का रवैया किसान एवं जन विरोधी है। उन्होंने कहा कि अपनी कमियों की अनदेखी कर सपा पर विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालने का आक्षेप लगाना अमर्यादित और घोर निंदनीय है।
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सपा अध्यक्ष ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में जन-हित में आवाज उठाना विपक्ष का दायित्व है। विपक्ष के इस अधिकार और दायित्व पर सवाल उठाना स्वयं में लोकतंत्र की अवमानना करना है। वास्तविकता तो ये है कि प्रदेश में अराजकता और अशांति है। जनाक्रोश की अभिव्यक्ति समाजवादी पार्टी के विधायक करते हैं तो यह उनकी लोकतांत्रिक जिम्मेदारी है। भाजपा को विपक्ष को डराने और धमकाने की भाषा नहीं बोलनी चाहिए।
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अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग सत्ता के मद में चूर हैं। प्रदेश में दिनों दिन कानून-व्यवस्था की स्थित खराब होती जा रही है। किसानों की बदहाली पर चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि पुराना आलू सड़ गया हैं और नये आलू फसल की कीमत अभी तक तय नहीं है।
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