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Lucknow. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव श्रीकृष्ण जन्माष्टमी इंदौर में मनाएंगे। वे 3 सितंबर को आएंगे। जन्माष्टमी के मौके पर होने वाले विभिन्न समारोह के साथ यादव समाज के प्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगे। धार्मिक आयोजन के बहाने हो रही अखिलेश की यात्रा राजनीतिक तौर पर कांग्रेस की चिंता बढ़ाती दिख रही है।

अखिलेश यादव

अखिलेश की यह पहली इंदौर यात्रा होगी। तय कार्यक्रम के मुताबिक वे यादव समाज द्वारा जन्माष्टमी पर निकाले जाने वाली शोभायात्रा में शामिल होंगे। इस मौके पर शहर के यादव समाज के प्रमुख नेताओं से भी मिलेंगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश की यह यात्रा असल में सपा की प्रदेश में संभावना तलाशने और जमीन बनाने की तैयारी है।

दो दिन पहले ही सपा ने कांग्रेस के पुराने नेता मूलचंद (बंते) यादव को पार्टी से तोड़कर प्रदेश चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया है। अब तक सपा-कांग्रेस के गठबंधन की उम्मीद जताई जा रही थी। हालांकि, चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ने अब ऐलान किया है कि सपा प्रदेश की सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी। चुनाव समिति के अध्यक्ष बंते यादव के मुताबिक, सपा अध्यक्ष ने आने की सहमति दे दी है। हालांकि उनकी यात्रा पूरी तरह सामाजिक होगी। वे समाजजनों से मुलाकात करेंगे।

एक और तीन पर नजर

सपा के लिहाज से इंदौर की 1 नंबर और 3 नंबर विधानसभा सीटें अहम मानी जा रही हैं। असल में 1 नंबर में 40 हजार से ज्यादा यादव मतदाता हैं। क्षेत्र में बड़े पैमाने पर उत्तर भारतीय प्रवासियों की बसाहट भी है। लिहाजा सपा की साइकिल यहां अन्य पार्टियों की हार-जीत में बड़ी भूमिका अदा कर सकती है। 3 नंबर विधानसभा में कांग्रेस उम्मीदवारों पर बनी स्थितियों में सपा बगावत का फायदा उठा सकती है।

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