लखनऊ ।। लोकसभा चुनाव होने से पूर्व भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने यूपी में बूथ प्रभारियों के साथ मीटिंग की थी। जिसके तहत कानपुर-बुंदेलखंड की 52 सीटों के 18 हजार बूथ प्रमुखों से अमित सीधे रूबरू हुए थे।
तो वहीं इसी के बाद सभी को आदेश दिया था कि गांव, वार्ड और वार्ड सदस्यों को पार्टी में शामिल करें। फिर 2017 के चुनाव में BJP की जबरदस्त जीत हुई। इन 52 में 47 सीटों पर कमल खिला है।
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इसी के कारण समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी के 75 जिलाध्यक्षों के पास पत्र और एक प्रोफार्मा भेजा है, जिसमें अधिक से अधिक बूथों में प्रतिनिधि बनाए जाने का फरमान सुनाया है। पत्र के माध्यम से सपा अध्यक्ष अखिलेश ने जिलाध्यक्षों को अवगत कराया है कि बूथ एजेंट, बूथ प्रमुख र विधानसभा वार किस जाति के मतदाता है उसकी पूरी रिपोर्ट प्रोफार्मा के जरिए भरकर 30 April तक प्रदेश कार्यालय भिजवाने को कहा है।
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सपा प्रमुख अखिलेश ने सभी जिलाध्यक्षों को प्रोफार्मा भेजकर बूथ स्तर पर वोटरों की जातिगत स्थिति, कार्यकर्ताओं की भूमिका और वर्ष 2019 में किस तरह की तैयारी की जरूरत है। इस तरह की तमाम जानकारियां मांगी हैं।
ते वहीं इस रणनीति में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने बताया कि जिन जिलों में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति फरवरी व मार्च मे हुई है, उन्हें प्रोफार्मा भरने के लिए ज्यादा समय दिया गया है। जिन जिलों में लंबे से जिलाध्यक्ष का कार्य संभाल रहे पदाधिकारियों को April की अंतिम तिथि तक यह काम पूरा करके देना है।
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उन्होंने यह भी कहा कि एक समय था कि सपा में कार्यकर्ताओं की फौज हुआ करती थी। लेकिन 2012 के बाद हमारे कार्यकर्ता सुस्त पड़ गए। लेकिन लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद वह फिर से एक्टिव हो गए हैं और BJP को 2019 में हरा कर ही दम लेंगे।
आपको बता दें कि कानपुर और बुंदेलखंड में सपाई की 10 हजार से अधिक की फौज तैयार की जा रही है। जो 2019 के चुनावों में राजीनितक हलकों में घमासान मचाने के लिए काफी है।
फोटोः फाइल
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