नई दिल्ली. भूपेंद्र यादव ने झारखंड, राजस्थान, यूपी और गुजरात चुनाव जीतने में अहम भूमिका निभाई है। गुजरात में भारतीय जनता पार्टी लगातार छठीं बार बड़ी जीत दर्ज करने जा रही है। गुजरात में भाजपा की इस जीत के पीछे यूपी के रहने वाले भूपेंद्र यादव की अहम भूमिका रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव, अपने मेंटर अमित शाह की ही तरह मंच पर आकर चुनाव लड़ने की जगह पर्दे के पीछे रहकर पार्टी को चुनाव जिताना पसंद करते हैं।
अमित शाह ने भूपेंद्र यादव को सौंपी थी जिम्मेदारी
गुजरात में भाजपा का पूरा चुनावी कार्यक्रम भूपेंद्र यादव के ही जिम्मे था। यूपी विधानसभा चुनावों में जीत के बाद अप्रैल में अमित शाह ने ओबीसी समाज से आने वाले भूपेंद्र को राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया। इसके ठीक बाद अमित शाह ने भूपेंद्र को बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए गुजरात में इलेक्शन इंचार्ज बनाया।
गुजरात से पहले यहां बने थे इलेक्शन इंचार्ज
ऐसा नहीं है कि अमित शाह ने अचानक से भूपेंद्र यादव को चुनावी प्रभार की जिम्मेदारी सौंप दी। इससे पहले भूपेंद्र यादव 2013 में राजस्थान, 2014 में झारखंड और 2015 में बिहार पार्टी का चुनावी प्रभार संभाल चुके थे। पार्टी सूत्रों की मानें, तो राजस्थान में वसुंधरा राजे की ‘सुराज संकल्प यात्रा’ के पीछे भूपेंद्र यादव का ही दिमाग था।
इस यात्रा के दौरान वसुंधरा राजे ने राजस्थान में 13,000 किलोमीटर की यात्रा की थी। इस यात्रा को राजस्थान में कांग्रेस की हार और भाजपा की जीत का कारण माना जाता है।
अमित शाह के प्लान को भूपेंद्र यादव पूरा करते थे
गुजरात के एक भाजापा नेता से जब पूछा गया कि भूपेंद्र ने गुजरात में क्या किया, तो उन्होंने कहा, ‘आप मुझसे यह पूछ रहे हैं कि उन्होंने क्या किया? इस चुनाव में सबकुछ उन्होंने ही किया। टिकट बंटवारे से लेकर बूथ मैनेजमेंट तक, सभी भूपेंद्र ने जिम्मेदारी पूर्वक किया।
अगर अमित शाह इस चुनाव में कोई प्लान बनाते, तो भूपेंद्र यादव उसे पूरा करते थे। वो मुख्यमंत्री से लेकर सड़क पर मौजूद हमारे कार्यकर्ताओं तक से बात करके रणनीति तैयार किया करते थे।’
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