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नई दिल्ली ।। महिलाओं पर हो रहें यौन उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर और मुखर होने के साथ इस साल नारीवाद बहस के केंद्र में रहा लेकिन Bollywood Actres प्रियंका चोपड़ा का मानना है कि ज्यादातर लोगों को अभी तक पता ही नहीं है कि नारीवाद असल में है क्या।

यूनिसेफ की सद्भावना दूत प्रियंका का मानना है कि लैंगिक समानता के क्षेत्र में बातें ज्यादा हुयी है और काम कम हुआ है। प्रियंका का कहना है कि नारीवाद और सशक्तिकरण शब्दों के व्यापक इस्तेमाल के कारण शब्द के मायने घटे हैं।

उन्होंने कहा है कि मुहिम चली है लेकिन यह नाममात्र का है। हमें और अधिक काम करने की आवश्यकता है। हमारे देश और दुनिया में महिलाओं से दूसरे दर्जे के नागरिक के तौर पर सलूक किया जाता है।

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उन्होंने कहा है कि मेरा मानना है कि बहुत सारे लोग नारीवाद का वास्तविक मतलब नहीं समझते। नारीवाद और सशक्तिकरण, दो ऐसे शब्द हैं जिसका पूरा मतलब जाने बिना लोग धड़ल्ले से इनका इस्तेमाल करते हैं।

उन्हें हर जगह हिंसा एवं दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है। नारीवाद उस स्थिति को नियंत्रित करने का एक जरिया है लेकिन यह 1 नकारात्मक शब्द बन गया है। टेलीविजन शो ‘क्वांटिको के साथ अमेरिकी शो और ”बेवाच के साथ Hollywood में दस्तक देने वाली अदाकारा ने कहा कि नारीवाद का मतलब उच्चता नहीं, समानता है।

फोटोः फाइल

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