लखनऊ ।। मायावती ने मिशन 2019 के चुनाव को देखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। सपा और बसपा का गठबंधन तो तय हो चुका है।अब ताजा निर्णय में मायावती ने सभी विरोधी दलों को लेकर महागठबंधन की बात कही है। चुनावों में हारने के बाद मायावती की बसपा और भी ज्यादा मजबूत हो गई है जिसके कारण अब मायावती खुलकर सामने आने लगीं है और मोदी सरकार को लोकसभा चुनावों में मात देने के लिये की कसर नहीं छोड़ रही है।
इसी कड़ी में आज बसपा के पार्टी कार्यलय में आयोजित मासिक समीक्षा बैठक में मायावती ने महागठबंधन का फैसला किया है इसके लिए मायावती ने अन्य पार्टियों से आगे आने की मांग की है।
मायावती का कहना है कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के अलावा अन्य पार्टियों को भी एकजुट होना होगा तभी भाजपा को हराया जा सकता है और मोदी सरकार से सत्ता ली जा सकती है।
आपको बता दें कि लोकसभा उपचुनाव परिणाम और राज्यसभा चुनाव परिणाम के बाद यह पहली समीक्षा बैठक थी ऐसे में मायावती के आंतरिक मीटिंग में महागठबंधन के लिए तैयार हो जाने के बाद संभावना जताई जा रही है कि वे जल्द ही समाजवादी पार्टी से इस बारे में चर्चा करें।
इसके साथ ही जिन लोगों को लग रहा है कि राज्यसभआ चुनाव की हार के बाद मायावती और अखिलेश की दोस्ती टूट जायेगी। तो मायावती ने लोगों के इरादों पर पानी फेरते हुए मायावती ने अखिलश के साथ गठबंधन करने का एलान करके BJP के लिये सबसे बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है।