img

यूपी किरण ऑनलाइन, खबरों की Update पाने के लिए Facebook पेज @upkiran.news लाइक करें!

नई दिल्ली ।। आठ करोड़ के 35 हजार क्विंटल गेंहू के घोटाले की आरोपी निलंबित IAS
अफसर निर्मला मीणा परिवार सहित फरार हो गई।

मीणा और उनके पति ने अपने मोबाइल फोन ऑफ कर लिया है। राज्य भ्रष्टाचार निरोधक
ब्यूरो (ACB) मीणा की तलाश में जुटी है।

पढ़िए- BREAKING: काठमांडू में यात्री विमान क्रैश, हादसे में…

आपको बता दें कि मीणा की तलाशी के लिए उनके रिश्तेदारों और परिचितों के ठिकानों पर
छापे मारे गए, लेकिन उनके बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिली। ACB अफसरों की

टीम ने सोमवार को जोधपुर जिला रसद अफसर कार्यालय में एक बार फिर छानबीन की।
इससे पहले भी कई बार छानबीन की जा चुकी है। गत शनि और रविवार को ACB के
अफसरों ने मीणा व उनके पति की तलाशी में कई जगहों पर छापेमारी की।

पढ़िए- दुखद: सड़क हादसे में प्रमोद तिवारी और के डी शर्मा की मौत, रायबरेली के…

आपको बताते चलें कि जोधपुर में जिला रसद अफसर के पद पर रहते हुए निर्मला मीणा ने
आटा मिल मालिकों और राशन डीलर्स के साथ मिलीभगत करके फर्जी लोगों के नाम से राशन
कार्ड बनवा दिए और फिर उनके नाम पर आवंटित गेंहू आटा मिलों में भेज दिया।

इसके बदले मीणा को बड़ी रकम मिली और शिकायत मिलने के बाद ACB ने जांच शुरू की
और सरकार ने उन्हे निलंबित कर दिया ।

ACB की जांच में मीणा व उनके पति के नाम से 17 अलग-अलग बैंकों में खाते और 3
लॉकर होने की बात सामने आई है। ACB ने सभी बैंक खाते और लॉकर सीज कराए हैं।

पढ़िए- BJP सरकार पर बरसे अखिलेश यादव, कहा BJP सरकार की…

पिछले 3 दिन से जांच में जुटी ACB को पता चला है कि जांच में निर्मला मीणा के नाम
से जयपुर में 2,जोधपुर में 5 मकान, 1 पेट्रोल पम्प, बीस बीघा जमीन, माउंट आबू में
कॉटेज व एक दुकान होने के दस्तावेज मिले हैं ।

आपको बता दें कि High Court ने इस मामले की सुनवाई 15 मार्च को तय की,तब तक
इनकी गिरफ्तारी रोकी है,लेकिन फिर भी ये फरार चल रहे हैं । वहीं आटा मिल मालिक
स्वरूप सिंह पुरोहित ACB के रिमांड पर है।

पढ़िए- अतीक के बेटे उमर ने दिया बयान, कहा मेरे अब्बा का साथ…अखिलेश के…

छापेमारी के लिए ACB ने कोर्ट से 5 March को सर्च वारंट जारी कराया था। मामले की
जांच कर रहे ACB के पुलिस अधीक्षक अजय लांबा का कहना है कि जांच सही दिशा में
चल रही है।

फोटोः फाइल

इसे भी पढ़िए

Óñ©ÓñÜÓñ┐ÓñÁ Óñ¼Óñ¿Óñ¿ÓÑç ÓñòÓÑç Óñ▓Óñ┐ÓñÅ Óñ£Óñ¿ÓÑìÓñ«ÓññÓñ┐ÓñÑÓñ┐ Óñ¼ÓñªÓñ▓ÓñòÓñ░ Óñ½ÓÑìÓñ░Óñ¥Óñí ÓñòÓñ░Óñ¿ÓÑç ÓñÁÓñ¥Óñ▓ÓÑç Óñ¬ÓÑéÓñ░ÓÑìÓñÁ ÓñåÓñêÓñÅÓñÅÓñ© Óñ¿ÓÑç Óñ¬ÓññÓÑìÓñ░ÓñòÓñ¥Óñ░ ÓñòÓÑï ÓñªÓÑÇ ÓñºÓñ«ÓñòÓÑÇ

--Advertisement--