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लखनऊ ।। सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव एक बार फिर से गंभीर आरोपों के घिर गए हैं। आपको बता दें कि अब की बार यह आरोप सपा संरक्षक मुलायम सिंह के समधी व पूर्व पालिकाध्यक्ष राम प्रकाश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर लगाए हैं।
पूर्व पालिका अध्यक्ष राम प्रकाश यादव नेहरू ने कहा कि CBI जांच से बचने के लिए सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव भाजपा से हाथ मिलाए हुए हैं। उन्होने कहा कि विधायक पर आरोप लगाने वाले पहले अपने गिरेबान में झांकें। समाजवाद का दम भरने वाले विधायक और छोटू पर अंगुली उठाने वाले बताएं कि अविश्वास प्रस्ताव के वक्त वह कहां थे।
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उन्होंने कहा कि सपा के चारों MLC जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सपा उम्मीदवार के नामांकन के वक्त मौजूद थे। प्रोफेसर रामगोपाल यादव बताएं कि अंतिम दिन किन कारणों से नामांकन पत्र दाखिल नहीं करा पाए। तो वहीं राम प्रकाश यादव ने कहा कि प्रशासन पर लगाए आरोप निराधार हैं। उन्होंने कहा कि विधायक के जेल से बाहर आने पर जन आंदोलन होगा। आंदोलन में सपा सरकार में 5 साल तक मलाई खाने वालों का भंडाफोड़ किया जाएगा।
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आपको बता दें कि अपने भाई एवं सिरसागंज विधायक हरिओम यादव पर लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देते हुए नेहरू ने कहा कि योगी व मोदी की आंधी में विधायक ने सिरसागंज सीट बचा कर सपा को अपनी ताकत दिखाई। विधायक की लोकप्रियता देख जिले के नेताओं ने साजिश के तहत फंसाया है।
फोटोः फाइल
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