लखनऊ ।। यूपी में राज्यसभा चुनाव कल होने को है। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही है कि सपा-बसपा की मुश्किलें बढ़ सकती है और चुनाव में मुश्किलों की वजह कोई और नहीं बल्कि पार्टी से निकालें गए नेता ही है।
दरअसल, अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री कार्यकाल में भदोही के विधायक विजय मिश्रा का टिकट काट दिया था। जिसके बाद चुनाव जीते विजय मिश्रा ने खुल कर बीजेपी को वोट देने की बात कही है। विजय मिश्रा निषाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं।
बाहुबली अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि का टिकट भी अखिलेश यादव ने ही काटा था लेकिन चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे अमनमणि त्रिपाठी भी सीएम योगी आदित्यनाथ के पाले में चले गए हैं। जिसके चलते बसपा-सपा से निकले विधायक इन दोनों पार्टियों पर भारी पड़ सकते हैं।
राजनीतिक हलकों में अब इस चर्चा ने जोर पकड़ लिया है कि बसपा ने सपा के साथ गठबंधन कर यूपी की दोनों लोकसभा सीटों पर सपा को जीत दिलाई। अब सपा प्रत्याशी तो राज्यसभा में पहुंच जाएगा, लेकिन बसपा के प्रत्याशी को राज्यसभा में पहुंचाने की जिम्मेदारी सपा की है। यदि राज्यसभा में बसपा प्रत्याशी में सीट ना मिली तो सपा-बसपा गठबंधन में दरार पड़ सकती है।