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नई दिल्ली।। फेसबुक पर एक जज के खिलाफ टिप्पणी करना एक महिला को भारी पड़ गया। उसे जेल की हवा खानी पड़ी। मामला वेल्लोर का है जहाँ की एक महिला महालक्ष्मी (उम्र 40) ने मद्रास हाईकोर्ट के जज एन किरुबकरन के एक फैसले के खिलाफ सितंबर में FACEBOOK पर कमेंट पोस्ट किया था।

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महालक्ष्मी की गिरफ़्तारी मंगलवार को हुई। उसे वेल्लोर के सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। इस सम्बन्ध में वेल्लोर के पुलिस अधीक्षक पी पाकलवन द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक कि आरोपी महिला ने जज का नाम लिखते हुए SOCIAL MEDIA पर टिप्पणी पोस्ट की थी। गौरतलब है कि जज ने सितंबर में तमिलनाडु में हुई टीचरों की हड़ताल की आलोचना की थी। आलोचना के कुछ देर के बाद ही जज किरुबकरन सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगे, जिसको लेकर उन्होंने ऑनलाइन FIR दर्ज करा दिया था।

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आपको बता दें कि तमिलनाडु के सरकारी स्कूल के टीचरों ने 7वां वेतनमान लागू करवाने के लिए स्कूल में पढ़ाना बंद कर दिया था और सभी शिक्षक हड़ताल पर उतर आये थे। इस पर जज किरुबरकन ने टिप्पणी करते हुये कहा था कि राज्य में बच्चों के नंबर नीट (NEET) इग्जाम में सबसे कम आते हैं। सिर्फ पांच ही ऐसे सरकारी स्कूल हैं जिनके बच्चों को मेडिकल में दाखिला मिल पाया। जो शिक्षक हड़ताल कर रहे हैं उन्हें इन आंकड़ों को देखकर शर्म करना चाहिये।

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उन्होंने कहा कि टीचरों को अपनी जिम्मेदारियां समझनी चाहिये। जो इन जिम्मेदारियों को समझता है वो इस हड़ताल में शामिल नहीं होगा। उनकी ये टिप्पणी टीचरों और हड़ताल को समर्थन देने वालों को पसंद नहीं आई और उनकी FACEBOOK पर आलोचना करने लगे।

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