लखनऊ ।। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दल नए सियासी समीकरण बनाने की कवायद में जुटे हुए हैं। प्रियंका गांधी के यूपी में आने के बाद से कांग्रेस की रणनीति में बदलाव किया गया है। इसी रणनीति के अंतर्गत पार्टी की तरफ से पश्चिमी यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया RLD के साथ गठबंधन के प्रयास में लगे हुए हैं।
खबर के अनुसार, सिंधिया बीते 7 दिनों में 2 बार RLD के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी से मुलाकात कर चुके हैं। सिंधिया ने जयंत चौधरी के सामने उत्तर प्रदेश में 10 और राजस्थान में 1 सीट देने का प्रस्ताव रखा है। कांग्रेस कुल 11 सीटों पर RLD के साथ गठबंधन करना चाहती है। सिंधिया ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कैराना, मुजफ्फरनगर, बागपत, मथुरा, बुलंदशहर, मेरठ समेत 10 सीटों पर RLD को लड़ने का प्रस्ताव दिया है।
आपको बता दें, RLD के इकलौते विधायक को कांग्रेस पहले ही राजस्थान में मंत्री बना चुकी है। RLD प्रमुख चौधरी अजीत सिंह सपा-बसपा-कांग्रेस के साथ लड़ने के पक्ष में हैं पर RLD से जुड़े सूत्रों की मानें तो कांग्रेस ने पहल करने में देरी कर दी है। RLD ने फिलहाल सपा बसपा का साथ छोड़ने से मना कर दिया है।
RLD को सपा-बसपा गठबंधन में मुजफ्फरनगर, बागपत और मथुरा की सीटें मिली हैं पर वह बुलंदशहर सीट की भी मांग कर रही है। बुलंदशहर सीट बसपा के कोटे में है और मायावती बुलंदशहर की सीट RLD को देने के पक्ष में नहीं हैं।
बता दें, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की मायावती ने साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। दोनों पार्टियों ने यूपी की कुल 80 लोकसभा सीटों में से 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।