नई दिल्ली ।। बरसों से चली आ रही प्रथा सुहागरात पर दुल्हनों के वर्जिनिटी टेस्ट के खिलाफ आवाज उठाने वाले एक समूह के 3 सदस्यों की पिटाई कर दी गई।
बताया जा रहा है कि इन तीनों सदस्यों को उन्हीं के समुदाय के लोगों (कंजरभट) ने पीटा है। अब तक इस मामले में 40 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक, प्रशांत अंकुश इंद्रेकर ने पिंपरी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।
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उन्होंने पुलिस को बताया कि हमें एक शादी में जाने का इनविटेशन मिला था। मैं अपने परिवार के साथ शादी में पहुंचा था। रात 9 बजे के करीब शादी की रस्में पूरी होने के बाद जाट पंचायत ने बैठक की। इसमें उन्होंने दूल्हा-दुल्हन से पैसे लेने और दुल्हन के कौमार्य जांच करने का फैसला किया।
तो वहीं इंद्रेकर ने आगे बताया कि इस बीच मुझे देखकर वहां कुछ युवक आए। वह जानते थे कि मैं इस प्रथा के खिलाफ Whatsapp ग्रुप चला रहा हूं। उन्होंने मुझ पर चिल्लाना शुरु किया और देखते ही देखते 30 -40 लोग वहां इकठ्ठा हो गए।
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उन्होंने मेरे साथी जितेन्द्र मचाले और प्रशांत विजय तमाईचिकर को पीटना शुरु कर दिया। मैंने बीच बचाव किया तो उन्होंने बेल्ट से मुझे पीटा। इस मामले में सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर श्रीधर जाधव ने बताया है कि हमने इस मामले में अमोल भट और मधुकर भट को गिरफ्तार किया है।
आपको बता दें कि गांव की पंचायत दूल्हा-दुल्हन को सुहाग रात पर सफेद चादर मुहैया कराती है। अगली सुबह चादर पर अगर लाल धब्बा मिलता है तो दुल्हन वर्जिनिटी टेस्ट में पास हो जाती है। वरना दुल्हन पर पूर्व में शारीरिक संबंध बनाने के आरोप मढ़ दिए जाते हैं। यह प्रथा दुल्हन से इजाजत लिए बिना होती है।
फोटोः प्रतीकात्मक
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