नई दिल्ली ।। वन नेशन वन राशन कार्ड’ के बाद मोदी सरकार की ओर से जल्द वन नेशन, वन टैग’ को भी लागू किया जा सकता है। वन नेशन वन टैग’ यानी आप एक ही डिजिटल टैग के सहारे आप देश के नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे से लेकर म्युनिसिपल रोड टैक्स भी अदा कर सकते हैं। दरअसल अभी फास्ट टैग या आरएफआईडी के जरिये देश के नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे पर टोल डिजिटली अदा किया जाता है।
कई राज्यों में म्युनिसिपल टैक्स या राज्य में प्रवेश करने पर टोल टैक्स फास्ट टैग से अलग, अन्य डिजिटल टैग के माध्यम के द्वारा लिया जाता है। इसकारण सरकार एक ही वाहन पर भिन्न-भिन्न टैग चिपकाने के बजाय सिर्फ एक टैग से ही सभी टोल पर टैक्स देने की व्यवस्था पर विचार कर रही है।
वन नेशन वन टैग के विचार को हकीकत बनाने और इससे जुड़ी सभी बारीकियों पर बात करने के लिए सड़क परिवहन मंत्रालय 10 अक्टूबर को मंत्रालय के अफसरों और कई राज्य सड़क परिवहन अफसरों के साथ अहम बैठक करने जा रहा है। सूत्रों की माने तब मोदी सरकार राज्यों को भी टैग के द्वारा टोल कलेक्शन में से कमाई का अधिकांश हिस्सा राज्यों के देने के मूड में है।
इस विचार से राज्य सहमत होते हैं,तब एक देश एक टैग के विचार को सफल बनाया जा सकेगा। सूत्रों की माने तो सरकार टोल कलेक्शन में पारदर्शिता और तेजी लाने के मकसद से फास्ट टैग या आरएफआईडी के द्वारा डिजिटल टोल कलेक्शन को बढ़ावा देना चाहती है।
इसकारण वन नेशन वन टैग के द्वारा सरकार डिजिटल टोल कलेक्शन को बढ़ावा देना चाहती है। आंकड़ों के अनुसार अभी तक 60 लाख फास्ट टैग निजी वाहनों, कॉमर्शियल गाड़ियों जैसे टैक्सी, बस और ट्रक आदि पर लग चुके हैं।