lucknow ।। बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम के करीबी रहे और उनके साथ साथ साइकिल चलाने वाले आरके चौधरी फिर से अपने घर लौटने वाले हैं। वह कभी भी सपा में शामिल हो सकते हैं।
हालांकि पिछले दिनों इंद्रजीत सरोज के साथ ही उनके भी सपा में शामिल होने की अटकलें जोरों पर थीं, लेकिन किसी वजह से ऐसा नहीं हो सका। आरके चौधरी मुलायम सिंह यादव के काफी करीबी माने जाते हैं। मुलायम सिंह यादव की सरकार में वह मंत्री रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, 22 दिसंबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने आरके चौधरी सपा की सदस्यता लेंगे। हाल ही में दलित नेता इंद्रजीत सरोज ने बसपा छोड़ कर सपा का दामन थामा था। आरके चौधरी व इंद्रजीत सरोज दोनों दलित वर्ग में पासी समाज से आते हैं।
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आरके चौधरी का पासियों खासा प्रभाव रहा है। खास तौर पर लखनऊ, फैजाबाद व इलाहाबाद मंडल में तो उनकी पासियों में गहरी पकड़ मानी जाती है। एक वक्त वह इलाहाबाद की मंझनपुर सीट से विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं।
चौधरी बीएस फोर के अध्यक्ष हैं। वह बसपा के संस्थापक सदस्यों में व कांशीराम के खासे करीबी रहे। कुछ समय बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने चौधरी को निकाल दिया। चौधरी दुबारा बसपा में शामिल हो गए थे।
जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा छोड़ी थी, तब उसके कुछ दिन बाद ही आरके चौधरी ने भी बसपा छोड़ दी थी। सरोज के बाद चौधरी के आने से सपा को पासियों को लुभाने में खासी मदद मिलेगी। यह बसपा के लिए भी झटका होगा।
फोटो-फाइल
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