नई दिल्ली।। पीएनबी घोटाले को लेकर सीवीसी ने बैंक अधिकारीयों और मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की। CVC के आयुक्त के वी चौधरी ने सोमवार को PNB से जुड़े 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले के सिलसिले में वित्त-मंत्रालय और बैंक के अधिकारियों को CVC के उन निर्देशों का अनुपालन नहीं किये जाने पर फटकार लगाई है, जिसमें अधिकारियों का 3 साल में ट्रांसफर करने को कहा गया था।
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CVC के साथ बैठक के बाद PNB और मंत्रालय के अधिकारियों ने मीडिया से कोई बात नहीं की लेकिन सूत्रों के मुताबिक CVC से PNB के अधिकारियों ने धोखाधड़ी से निपटने के लिये अब-तक की गई कार्रवाई का ब्योरा साझा किया। उन्होंने इसके अलावा बैंक-प्रबंधन द्वारा कथित रूप से घोटाले में संदिग्ध अधिकारियों के विरुद्ध की गयी कार्रवाई की भी जानकारी दी।
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मीटिंग में चौधरी के अलावा विजिलेंस आयुक्त टीएम भसीन और वित्त-मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल हुये। गौरतलब है कि CBI ने इस मामले में 31 जनवरी को दो FIR भी दर्ज की थी। इस मामले में जांच एजेंसी ने कुछ दिन पहले हीरा कारोबारी ‘नीरव मोदी, गीतांजलि जेम्स के ‘मेहुल चोकसी तथा अन्य के खिलाफ एक और FIR दर्ज की है।
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सूत्र बताते हैं कि CVC की ओर से जब दिसंबर, 2017 में जारी किेये गये निर्देशों के बारे में पूछा गया तो बैंक अफसरों ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। इसके बाद उन्हें CVC के निर्देशों का अक्षरश: पालन कर अफसरों के ट्रांसफर करने को कहा गया। CVC ने इस मामले में CBI के अफसरों से भी बात की। बता दें कि CBI भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों में CVC के तहत काम करती है।
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गौरतलब है कि PNB बैंक से जुड़े घोटाले के सूत्रधार कारोबारी ‘नीरव मोदी’ विदेश भाग चुका है। ED पीएनबी घोटाले की जांच कर रहा है वहीँ इन्कमटैक्स विभाग हीरा कारोबारी के कालेधन पर शिकंजा कस रहा है। CVC के कार्यालय में यह बैठक सोमवार को सुबह 11 बजे शुरू हुई और 2 घंटे से अधिक समय तक चली।
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