अमेरिका के दबाव में आया हिंदुस्तान, ईरान से तेल आयात किया बंद

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उत्तराखंड ।। हिंदुस्तान ने आधिकारिक तौर पर ईरान से तेल आयात करना बंद कर दिया है। हिंदुस्तान के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला ने बुधवार को यह जानकारी दी है। क्या अमेरिका के ईरान पर थोपे गए प्रतिबंधों को मानने के लिए मजबूर हुआ? इस सवाल पर हर्षवर्धन कुछ कहने से बचे लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से हिंदुस्तान को नुकसान पहुंचा है।

हिंदुस्तान की ईरान पर कच्चे तेल के लिए बहुत अधिक निर्भरता रही है। अब हिंदुस्तान को ईरान का नया विकल्प खोजना होगा। कई रिपोर्ट्स में कहा गया था कि हिंदुस्तान ने अमेरिका से ईरान से तेल आयात को लेकर दी गई छूट को बढ़ाने का अनुरोध किया था लेकिन अमेरिका ने कोई रियायत नहीं दी।

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सूत्रों के अनुसार, सत्ता में दोबारा वापसी के बाद मोदी सरकार अमेरिका प्रतिबंधों को मानने के बावजूद एक बार फिर से ईरान से तेल खरीदने की संभावना पर विचार कर सकती है। हिंदुस्तान तुर्की समेत उन देशों की कतार में शामिल हो गया है जिन्होंने ईरान से तेल आयात आधिकारिक तौर पर बंद कर दिया है।

विश्लेषकों को संदेह था कि हिंदुस्तान शायद ईरान के सस्ते तेल की खरीदारी पूरी तरह से बंद नहीं करेगा, भले ही अमेरिका हिंदुस्तान को सऊदी अरब और यूएई से तेल आपूर्ति का रास्ता क्यों ना दिखा रहा हो। सऊदी अरब और यूएई से तेल आपूर्ति में हिंदुस्तान को वो सारी रियायतें नहीं मिलेंगी जो ईरान से मिलती रही हैं। हिंदुस्तान चाइना के बाद ईरान का दूसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता है और अपनी तेल पूर्तियों का 13 फीसदी हिस्सा ईरान से आयात के जरिए ही पूरी करता है।

फोटो- फाइल

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