नई दिल्ली।। पीएम मोदी के विदेश दौरे को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं। हालाँकि विदेश दौरे में हुए खर्च को लेकर विपक्षी निशाना तो साधते थे लेकिन उनके पास इसका कोई अथेंटिक आंकड़ा नहीं होता था। लेकिन अब RTI के तहत जो खुलासा हुआ है, उससे विपक्षी दलों को उन पर निशाना साधने का एक नया हथियार मिल गया है।
सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 के द्वारा मांगी गयी सूचना से यह खुलासा हुआ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 48 महीने के शासनकाल में अब तक 50 देशों से ज्यादा 41 विदेश दौरा किया है। उनके इस यात्रा के दौरान कुल 355 करोड़ रुपये खर्च हुये हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे को लेकर बेंगलुरु के एक RTI कार्यकर्ता ने सूचना मांगी थी। RTI से मिली जानकारी के मुताबिक, अपने 48 माह के कार्यकाल में नरेंद्र मोदी करीब 165 दिन देश से बाहर रहे।
यहाँ सबसे खास बात यह है कि पीएम कार्यालय (PMO) की आधिकारिक वेबसाइट पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अब तक के कार्यकाल यानि 48 माह के दौरान उनके विदेश दौरे की जानकारी उपलब्ध है। PMO की वेबसाइट के मुताबिक इन यात्राओं में 30 यात्रायें चार्टर्ड प्लेन के जरिये की गई और उसका भुगतान भी कर दिया गया।
जबकि इस वर्ष फरवरी से जून तक के 7 विदेशी दौरों के बिल अभी नहीं मिले हैं, जिस कारण उसका भुगतान नहीं हो पाया। शेष 5 यात्रायें भारतीय वायुसेना BBJ एयरक्रॉफ्ट के जरिये की गई।
पीएम नरेंद्र मोदी की सबसी महंगी विदेशी यात्रा अप्रैल 2015 में रही जब वह यूरोप के बाद कनाडा के दौरे पर गये जिसमें वह फ्रांस और जर्मनी के बाद कनाडा के विदेश दौरे पर गये और इस दौरे के दौरान सवा 31 करोड़ (31,25,78,000) रुपये खर्च हुये।
वहीँ उनका सबसे सस्ता विदेशी दौरा भूटान का रहा, जब वह बतौर प्रधानमंत्री अपने सबसे पहले विदेशी दौरे पर गये। इस दौरे पर भारत सरकार ने 2 करोड़ 45 लाख 27 हजार 465 रुपये खर्च किये। पीएम मोदी ने भूटान का दौरा 15 से 16 जून वर्ष 2014 को किया।