लखनऊ ।। UPSIDC द्वारा जारी किए गए विज्ञापन के करोड़ों रुपए का पेंच नए MD रणवीर प्रसाद फंसाना चाहते हैं। यही वजह है कि योगी सरकार के एक वर्ष बीत जाने के बाद भी इस विभाग में विज्ञापन के पेमेंट की फाइलों को लटकाया जा रहा है। यही नहीं, विभाग में यह भी कहा जा रहा है कि विभाग के मंत्री सतीश महाना को भी इस मामले में अधेरे में रखकर काम किया जा रहा है। विज्ञापन प्रतिनिधियों में इसको लेकर रोष है। जल्द ही कई अखबारों के विज्ञापन प्रतिनिधि यूपीएसआईडीसी मंत्री सतीश महाना से मिलेंगे।
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गौरतलब है कि UPSIDC ने कई नामी और लिस्टेड एजेंसी के जरिए करोड़ों रुपए का विज्ञापन दिया था। ये विज्ञापन विभागीय अप्रूवल के बाद रिलीज़ आर्डर जारी कर प्रकाशित करवाए गए थे, लेकिन चुनाव की वजह से ये पेमेंट नहीं हो पाया। नई सरकार आई तो नए MD रणवीर प्रसाद आ गए। नए एमडी ने कई एजेंसी के विज्ञापन के भुगतान की सभी फाइलों को लटका दिया। हालात ये हैं कि अब करोड़ों रुपए के विज्ञापन लटकने से अखबार का विज्ञापन देख रहे प्रतिनिधि परेशान हैं।
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मंगलवार को MD रणवीर प्रसाद से इसके बारे में बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने विज्ञापन का पेमेंट रोके जाने की बात सुनते ही फोन काट दिया। हालांकि विभाग के लोगों का यह भी कहना है कि एमडी साहब हिटलर हैं। वह किसी की नहीं सुनते हैं। विज्ञापन का भुगतान तभी होगा जब चढ़ावा चड़ेगा।
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इस सम्बन्ध में विभाग के ही एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि “अगर एमडी साहब चाहेंगे तो पेमेंट कौन रोक पायेगा ? ” एक अधिकारी ने अपना नाम न बताने की शर्त पर बताया कि एमडी साहब ने विज्ञापन की फाइल पर पेमेंट की संस्तुति तो कर दी है लेकिन फाइल उनकी अलमारी में रखवा दी गयी है।
फोटोः फाइल।
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