लखनऊ ।। समाजवादी पार्टी के नेता एवं पूर्व मंत्री आजम खान ने राम मंदिर मसले को लेकर चल रहे सुलह के प्रयासों को बेकार बताते हुए कहा कि इन प्रयासों का अब कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा कि सुलह के यह प्रयास 6 December 1992 से पहले हुए होते तो अच्छा था और अब बहुत देर हो चुकी है। उन्होंने कासगंज प्रकरण को साजिश का परिणाम बताया।
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आपको बता दें कि दर्जा प्राप्त पूर्व राज्यमंत्री सरफराज खान के आवास पर आयोजित वार्ता में आजम खान ने कहा कि अब राम मंदिर प्रकरण में ऐसे सुलह नहीं हो सकती। उन्होंने कश्मीर को लेकर चल रहे विवाद पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि कश्मीर को लेकर भाजपा ने जो बोया है, वह ही काट रही है, भाजपा ने कभी विपक्ष में रहते हुए सरकार नहीं चलने दी।
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इसका परिणाम सभी के सामने हैं। सीमा पर चल रहे हालातों के लिए केन्द्र सरकार जिम्मेदार है, जिसे पाकिस्तान के हमलों का कड़ा जवाब देना चाहिए, हमारे जवान रोज मारे जा रहे हैं, लेकिन पीएम इसे लेकर गंभीर नहीं हैं।
आजम ने आगे कहा कि हम मुस्लिमों को बार बार कहा जाता है कि पाकिस्तान चले जाओ, अरे, हम तो तब भी पाकिस्तान नहीं गये, जब बंटवारा हुआ था और सरहद खुली हुई थी, हम क्यों जायें पाकिस्तान? हिन्दुस्तान हमारा वतन है, हम यहीं रहेंगे।
फोटोः फाइल
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