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लखनऊ।। राजधानी के लखनऊ जंक्शन का VIP प्लेटफॉर्म कहे जाने वाले प्लेटफॉर्म

नंबर-6 पर दो मानसिक रूप से दिव्यांग महिलाएं दिव्यांग महिलाएं मिली हैं। शरीर से

आ रही बदबू के चलते उन महिलाओं के पास कोई खड़ा नहीं होना चाहता था। इन मानसिक

दिव्यांग महिलाओं की मदद को एक सामाजिक संगठन सामने आया तो ये दिव्यांग महिलायें

उन लोगों से बार-बार यही कह रही थी कि मुझे ले जाकर क्या करोगे ?

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पीड़ित दिव्यांग महिलायें आस-पास के लोगों से कह रही थी- “मुझे ले जाकर क्या करोगे?

रात भर सीने से लगाओगे ना ? वह गाली बक कर कहती कि मेरे साथ ‘वो’ करोगे ? ये दोनों

दिव्यांग महिलाएं करीब डेढ़ महीने से लखनऊ जंकशन के प्लेटफॉर्म नंबर-6 पर थीं। लेकिन

दुर्भाग्य की बात यह है कि हमेशा मुस्तैद रहने का दावा करने वाली GRP व RPF को इस

वारदात का पता ही नहीं चला।

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समाजसेवी संगठनों ने उन महिलाओं को पहले अस्पताल में भर्ती कराया और फिर ‘शेल्टर होम’ भेज दिया। सामाजिक संगठन ‘एक कोशिश ऐसी भी’ से जुड़ी वर्षा वर्मा द्वारा बताया गया कि सुबह सूचना मिली थी कि लखनऊ जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर-6 पर दो मानसिक रूप से दिव्यांग महिलायें मिली हैं। दोनों ही महिलायें पूछताछ में बार-बार एक ही शब्द बोल रही थी।इसकी सूचना RPF और GRP में दी गयी और 181 नंबर हेल्पलाइन पर भी फोन किया लेकिन दो घंटे तक न तो RPF पहुंची और न ही GRP।

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समाजसेवी संगठनों ने प्रदेश की महिला कल्याण मंत्री डा. रीता बहुगुणा जोशी को भी जानकारी दी। उसके बाद मंत्री की सहयोगी शबनम पांडे मौके पर पहुंची। उनके दखल के बाद उन पीड़ित दिव्यांग महिलाओं को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। हालाँकि पुलिस ने अब तक इस मामले में कोई FIR दर्ज नहीं की है।

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