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यूपी किरण ब्यूरो

नई दिल्ली।। अवमानना के मामले में सुप्रीम कोर्ट से 6 महीने की सजा के बाद फरार चल रहे कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज सी.एस.कर्णन को मंगलवार को तमिलनाडु के कोयंबटूर से गिरफ्तार कर लिया गया था।

खबर के मुताबिक जस्टिस कर्णन ने जिस जज पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, उसी जस्टिस को कर्णन का केस दिया गिया है।

दो सदस्यीय बेंच में शामिल जस्टिस एस के कौल वही शख्स हैं जिन पर जस्टिस कर्णन काम ना करने और भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं वो भी साधारण ढ़ंग से नहीं बल्कि प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर।

पीएम मोदी को लिखे पत्र मे जिन 20 जजों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था उनमें जस्टिस कौल का नाम नम्बर एक पर था। यानि कि जिस पर जस्टिस कर्णन ने आरोप लगाए थे उनका केस सुनने के लिए उसी जज की बेंच में मामला भेज दिया गया है।

भारतीय इतिहास में पहली बार किसी सिटिंग जज पर कोर्ट की अवमानना का नोटिस जारी किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने उनसे सभी न्यायिक और प्रशासनिक काम पहले ही छीन लिए थे।

सुप्रीम कोर्ट को लिखे गए पत्र में कर्णन ने कहा था कि उनको दलित होने की वजह से निशाने पर लिया जा रहा है। जस्टिस कर्णन को मद्रास हाई कोर्ट से कलकत्ता हाई कोर्ट ट्रांसफर किया गया था।

फोटोः फाइल

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