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यूपी किरण ब्यूरो

उत्तर प्रदेश/बरेली।। पुलिस कस्टडी में पिटाई से युवक की मौत का मामला सामने आया है।परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने युवक को
पीट पीट कर मार डाला। जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। वही डीएम ने मजिस्ट्रेट जाँच के आदेश कर दिए है।

उत्तराखण्ड के खटीमा के रहने वाले 28 वर्षीय अनुज भटनागर को बीते 21 अप्रैल को कोतवाली पुलिस ने बाइक चोरी के शक में अयूब खां चौराहे से हिरासत में लिया था। आरोप है कि यहाँ पुलिस द्वारा कस्टडी में युवक की पिटाई की गयी जिससे उसकी हालत बिगड़ गयी।

लगभग मरणासन्न हालात में घायल अनुज को स्थानीय एसआरएमएस मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहाँ से चौबीस घंटे के प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए। कस्टोडिअल डेथ का मामला न बने इसके लिए कोतवाली पुलिस ने अनुज को बचाने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगाया।

पहले लखनऊ पीजीआई और फिर केजीएमसी में इलाज में असफल रहने के बाद अनुज को बीती रात बरेली वापस जिला अस्पताल लाया गया। जहाँ उसकी बुधवार सुबह मौत हो गयी। वहीं परिजन मामले में अनुज की पिटाई में शामिल कोतवाली पुलिस के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग कर रहे है।

परिजनों का कहना है कि पुलिस ने कोतवाली में अनुज की जमकर पिटाई की जिससे उसके हाथ पैर भी टूट गए थे। अनुज की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। अनुज का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। तनाव के मद्देनजर पोस्टमार्टम हाउस पर भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है।

पुलिस शुरू से ही इस मामले को दबाने में लगी हुई थी और पुलिस आज भी कह रही है कि पब्लिक ने पीट कर पुलिस के हवाले किया था। लेकिन पुलिस ने जब अनुज को गिरफ्तार किया था तब वो बिलकुल सही था पुलिस ने उसके बयान लिए थे लेकिन उसके ऊपर पुलिस ने थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया और कोतवाली में उसके जमकर पीटा गया। इस मामले में डीएम पिंकी जोवेल ने एडीएम एफआर से जाँच कराने के आदेश किये है और उन्हें पंद्रह दिनों में रिपोर्ट सौंपने को कहा है ।

फोटोः फाइल

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