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लखनऊ ।। गायत्री प्रजापति के बाद अब पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अयूब भी दुष्कर्म के आरोपों में फंसते नजर आ रहे हैं। पुलिस ने जो सीडीआर निकलवाई है उससे अयूब और छात्रा (मृतका) की न केवल कई बार बातचीत हुई, बल्कि दोनों की एक साथ मौजूदगी की बात भी सामने आई है।

एसएसपी मंजिल सैनी के मुताबिक एक मार्च से 2016 से बीस फरवरी 2017 तक सीडीआर रिपोर्ट और मोबाइल फोन टावर की पड़ताल में कई अहम सुबूत मिले हैं। दोनों की लखनऊ में एक साथ लोकेशन मिली है। 365 दिन की सीडीआर में छात्रा और अयूब के बीच 320 बार आपस में बातचीत हुई है। बकौल एसएसपी 128 बार अयूब ने छात्रा को फोन किया और 192 बार छात्रा की ओर से अयूब को फोन किया गया। छात्रा के परिवारीजनों ने कहा कि छात्रा को अयूब नर्सिग का कोर्स कराने के लिए लखनऊ ले गए थे, वह उन्हें अपने अभिभावक की तरह मानती थी, तभी उनसे मोबाइल फोन पर संपर्क में थी।

164 के बयान दर्ज

मृतका के भाई ने बताया कि मड़ियांव पुलिस ने उसके 164 के बयान न्यायालय में मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए हैं। छात्रा के भाई ने बताया कि डॉ.अयूब ने उसकी बहन के अकाउंट में करीब एक लाख रुपये डाले थे। उसका आरोप है कि मड़ियांव इंस्पेक्टर एटीएम कार्ड मांगने के साथ कार्ड का नंबर भी पूछ रहे थे। इसपर इंस्पेक्टर नागेश कुमार मिश्र ने बताया कि एटीएम कार्ड व नंबर इसलिए मांगा जा रहा था जिससे यह पता चल सके कि डॉ.अयूब ने पैसे डाले कि नहीं। छात्रा के भाई ने पुलिस पर डॉ.अयूब से मोटी धनराशि लेकर मामले को रफा-दफा करने का आरोप लगाया है।

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