img

लखनऊ ।। यूपी के प्रतापगढ़ की रहने वाली होनहार छात्रा ज्योति विश्वकर्मा को जलाकर मार दिए जाने के मामले में कोर्ट ने आज फैसला सुना दिया। कोर्ट ने सभी दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।

जलाकर मार दिए जाने को लेकर ज्योति विश्वकर्मा कांड काफी चर्चा में रहा था। विश्वकर्मा समाज ने खुद आगे आकर इसकी लड़ाई दिल्ली तक लड़ी थी। अखिलेश सरकार के दौरान हुई इस घटना को लेकर धरना प्रदर्शन और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग बड़े जोरशोर से की गई थी। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि ज्योति हत्याकांड ने हिलाकर रख दिया था। हालात ऐसे हो गए कि उसके पिता भी विदेश से उसके दाह संस्कार में नहीं आ पाए थे।

गौरतलब है कि थाना जेठवारा अंतर्गत ग्राम श्रीपुर निवासी ज्योति विश्वकर्मा (18) पुत्री राजेन्द्र विश्वकर्मा की 25 सितंबर 2015 को हत्या कर दी थी। जमींनी रंजिश में पड़ोसियों ने शौंच के लिए गई ज्योति को जिन्दा फूंकने का प्रयास किया था, परिजन आनन -फानन में उपचार हेतु जिला चिकित्सालय लाये जहां पर हालत नाजुक होने पर चिकित्सकों ने उपचार हेतु इलाहाबाद के लिए रेफर कर दिया था। वहां पर ज्योति कई दिनों तक इलाहाबाद के स्वरूपरानी अस्पताल में जीवन मृत्यु के बीच संघर्ष करती रही और अंततः उसकी सांसे थम गई। परिजनों की तहरीर पर ओम प्रकाश मौर्य व उसकी पत्नी समेत चार लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गयी थी।

https://www.facebook.com/acharyaashutoshvishwakarma/videos/1004099576299404/?autoplay_reason=ugc_default_allowed&video_container_type=0&video_creator_product_type=2&app_id=350685531728&live_video_guests=0

--Advertisement--