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यूपी किरण ब्यूरो

लखनऊ।। यूपी सरकार द्वारा ट्राँसफर की गयी महिला डीएसपी श्रेष्ठा ठाकुर के तबादले पर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार बुधवार को मेरठ में भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने पत्रकारों से बताया कि डीएसपी साहिबा श्रेष्ठा ठाकुर का मिजाज ठीक नहीं था इसलिए उसका तबादला कराना पड़ा।

अब बीजेपी सांसद के इस बयान से पता चल गया कि डीएसपी श्रेष्ठा ठाकुर का तबादला भाजपा नेता के साथ बहस के चलते किया गया।

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक श्रेष्ठा ठाकुर के तबादले का निर्णय तब लिया गया जब बीजेपी के 11 विधायक और सासंदों ने योगी आदित्यनाथ से मिलकर इसकी सिफारिश की थी।

राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने पुलिसवालों को छूट दे रखी है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो करना हो करो, लेकिन श्रेष्ठा ठाकुर ने अपनी हदें पार कर दी थीं।

महानगर अध्यक्ष मुकेश के मुताबिक डीएसपी साहिबा का तबादला बीजेपी नेताओं के मनोबल को ऊंचा रखने के मकसद से किया गया। साथ हीं पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ अपशब्द कहने के आरोप भी लगाए हैं।

फोटोः फाइल

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