लखनऊ ।। लखनऊ में सियासी पारा चुनाव के बाद और गरम होता जा रहा है। अखिलेश यादव ने बीबीसी से एक बड़ी खबर ब्रेक की है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति शासन से अच्छा होगा कि वह मायावती के साथ मिलकर सरकार बना लें।
अखिलेश यादव के इस बयान का बड़ा अर्थ निकाला जा रहा है। यदि ऐसा हुआ तो इस कांग्रेस, सपा और बसपा मिलकर केंद्र में भी मोदी से सत्ता हथिया सकते हैं। अखिलेश यादव ने अब गेंद मायावती के पाले में डाल दी है। हालांकि मायावती का इस मुद्दे को लेकर अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
चुनाव का रिजल्ट तो 11 मार्च को आएगा, लेकिन अखिलेश यादव का यह बयान बहुजन राजनीति को लेकर एक दिशा दे सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि अखिलेश यादव की यह नीति कांशीराम के फार्मूले की तरह लोगों को लेकर आगे बढ़ रही है। यदि मायावती और अखिलेश यादव मिल गए तो एक बार फिर भाजपा कई राज्यों में सत्ता से दूर हो जाएगी।
फोटोः फाइल।
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