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यूपी किरण ब्यूरो

लखनऊ ।। महिलाओं का शराब की दुकान बंद करवाने को लेकर आए दिन हंगामा करना और दुकानों को तोड़ना अब महंगा पड़ने वाला है। यूपी पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया है। क्योंकि इससे कानून-व्यवस्था कभी भी बिगड़ सकती थी। जिससे प्रदेश सरकार की छवि को भी धक्का लगेगा।

शराब की दुकानों पर तोड़-फोड़ मामले पर लखनऊ आईजी जोन काफी सख्त हैं। उन्होंने मातहतों को आदेश जारी किया है कि कानून हाथ में लेने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। लखनऊ ज़ोन में 16 केस दर्ज किए गए हैं। इसमें 90 लोगों को नामजद कर 28 लोगों को जेल भेज दिया गया है।

पुलिस विभाग से यह भी निर्देश जारी किया गया है कि यदि फिल्ड में तैनात अफसरों को यह संदेश मिले कि शराब की दुकानों को लेकर किसी को कोई समस्या है, तो डीएम और एसएसपी को इसके लिए ज्ञापन देने की सलाह दें।

उधर, उत्तर प्रदेश के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह का बड़ा बयान आया है। इसके मुताबिक, पूरे प्रदेश में कच्ची शराब की दुकानें बंद करवाई जाएंगी। कच्ची शराब बनाने में जुटे लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराने की कोशिश करेगी सरकार। मंदिर-मस्जिद के दायरे में आने वाली शराब की दुकानें बंद करवाई जाएंगी।

हरियाणा की शराब पर लगेगी रोक

आबकारी मंत्री ने स्पष्ट किया है कि शराब को लेकर जो विरोध हो रहा है, उसे गंभीरता से लिया जाएगा, लेकिन महिलाएं सड़कों पर न उतरें। जहां भी शिकायत मिलेगी उन दुकानों को हटाया जाएगा। हरियाणा से आने वाली अवैध शराब को पूरी तरह से बंद किया जाएगा। हाईवे, मंदिर और मस्जिदों के पास कोई भी शराब की दुकान नहीं होगी। मंत्री ने साफ किया है कि यूपी में शराब बंदी नहीं होगी, लेकिन सूबेभर के रिहायशी इलाकों से 8000 दुकाने अलग शिफ्ट होगी।

फोटोः फाइल।

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