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यूपी किरण ब्यूरो
गोरखपुर।। योगी के गोरखपुर दौरे को अभी 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि एक बहुत बड़ी लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते दो दर्जन से अधिक ऐसे नवजात शिशुओं जिन्होंने अभी दुनिया में कदम ही रखा था, ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दिए जाने के बाद तड़फ-तड़फ कर मौत की आगोश में चले गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र में मरीजों के इलाज में बहुत बड़ी लापरवाही से 36 घंटे में 30 मौतें हो चुकी हैं जिनमें 25 नवजात शिशु थे।
आपको बता दें की अभी हाल ही में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा ने गोरखपुर का दौरा भी किया था। यहाँ के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के चलते 25 नवजात शिशुओं सहित 30 लोगों की मौत हुई है।
इसका कारण ये बताया जा रहा है ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली फर्म ने अचानक ऑक्सीजन की सप्लाई ही बंद कर दी। अब अस्पताल प्रशासन को व्यवस्था में कमियां दिखाई दे रही हैं जबकि वास्तविकता ये है की ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी का काफी समय से मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा था।
भुगतान की फाइल शासन में धुल खा रही थी। फाइलों के निपटारे में भारी कमीशनखोरी की बात सामने आने से शासन के अधिकारिओं की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है है। ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी द्वारा इस बाबत चेतावनी भी दी गयी थी लेकिन बताया जाता है कमीशनबाजी के चक्क्र में फाइल को बेवजह इधर-उधर घुमाया जा रहा था।
इस पुरे प्रकरण में शासन के आला अधिकारीयों की भूमिका तो संदिग्ध है ही लेकिन बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य का गैरजिम्मेदाराना रवैया भी इस घटना का सूत्रधार है। क्योंकि फर्म द्वारा भुगतान के लिए बार-बार दी जा रही चेतावनी को वे नजरअंदाज करते रहे जिसके चलते ये दर्दनाक मौतें हुईं। लोग ऑक्सीजन के लिए तड़फते रहे और कॉलेज प्रशासन और जिले के आला अफसर अपनी-अपनी धुनों में मस्त थे।
हालांकि अब योगी सरकार का ये बयान आ रहा है कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई है।
फोटोः फाइल
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