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यूपी किरण ब्यूरो

लखनऊ।। चंदे में हेरा फेरी करने के आरोप में बसपा से निकाले गए बीएसपी के पूर्व नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सूत्रों की मानें तो 2019 चुनाव से पहले बीजेपी मायावती के वोट बैंक में सेंध लगाकर बीएसपी को और कमजोर करने का प्लान कर रही है। नसीमुद्दीन के बीजेपी नेताओं के संपर्क में आने के बाद से ही संगठन बनाने की रणनीति बनी है ।

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नसीमुद्दीन का दावा है कि, ”दलित, मुसलमान और ओबीसी से जुड़े 16 संगठन एक साथ आ रहे हैं, जिनसे बात करके ‘राष्ट्रीय बहुजन गठबंधन’ बनाने की तैयारीकी तैयारी की जा रही है। इनकी नजर बीएसपी के वोट बैंक पर है।

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इस संगठन में मायावती से नाराज और अबतक बसपा से निकले गए कई पूर्व बीएसपी नेता भी शामिल हो सकते हैं जिनको संगठन में बड़ी जिम्मेदारियां देने की तैयारी है। संगठन बनाने को लेकर 6 अगस्त को दिल्ली में एक बैठक भी हो चुकी है। मीटिंग में एक समन्वय समिति भी बनाई गई हैजिसका संयोजक बीएसपी के पूर्व सांसद प्रमोद कुरील को बनाया गया है।

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प्रमोद कुरील भी पार्टी छोड़ने वाले हैं ऐसी खबर कुछ दिन पहले आयी थी। नसीमुद्दीन ने ये भी दावा किया है कि बीएसपी के कई नेता उनके साथ आने को तैयार हैं जो जल्द ही सब पार्टी को छोड़ देंगे। मायावती को तनाशाह बताते हुए नसीमुद्दीन ने कहा कि, अब बीएसपी का जल्द खात्मा होगा।

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बताया जाता है कि बांदा जिले के सेवरा गांव के रहने वाले नसीमुद्दीन वॉलीबॉल में नेशनल लेवल के प्लेयर के अलावा रेलवे कॉन्ट्रैक्टर भी रहे।

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उन्होंने 1988 पॉलिटिकल कॅरियर शुरू किया और बीएसपी से जुड़े। 1991 में पहली बार विधायक चुने गए। 1993 में हार गए थे। मायावती 1995 में जब पहली बार सीएम बनीं तो नसीमुद्दीन को कैबिनेट मंत्री बनाया। नसीमुद्दीन 1997 और 2002 में भी मंत्री रहे। 13 मई 2007 से 7 मार्च 2012 तक मायावती कीसरकार में पुरे कार्यकाल तक मंत्री रहे।

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पार्टी को मिले चंदे और सदस्य्ता के पैसे में हेराफेरी करने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के आरोप में 10 मई 2017 को मायावती ने नसीमुद्दीन और उनके बेटे अल्ताफ को बाहर कर दिया।

बता दें कि पिछले साल नसीमुद्दीन ने बीजेपी नेता दयाशंकर की पत्नी स्वाति सिंह और बच्चों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था जिसके बाद स्वाति सिंह ने उनके खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कराया था। वही स्वाति अब योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।भाजपा सरकार आने के से ही नसीमुद्दीन सिद्दीक़ी पर कार्यवाही की तलवार लटक रही थी जिसको लेकर नसीमुद्दीन इधर उधर भागे फिर रहे थे।

फोटोः फाइल

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